आगरा। समाजवादी पार्टी की कलह शांत होने के बाद अब महागठबंधन की चर्चा शुरू हो गई है। हो सकता है कि आज महागठबंधन की सूची भी जारी हो जाए। इस महागठबंधन में सपा, कांग्रेस और रालोद को कौन सी सीट मिलेंगी, किन सीटों पर नेताओं ने अपना दावा किया है। कौन सी सीट किसे मिल सकती है, इस पर पत्रिका टीम द्वारा विभिन्न नेताओं से बातचीत के आधार पर ये रिपोर्ट तैयार की है।
गठबंधन के बाद आगरा में ये होगी स्थिती
सपा के खाते में आएंगी ये चार सीटें
समाजवादी पार्टी का आगरा में खास बजूद नहीं है। नौ विधानसभा सीटों में से यूपी चुनाव 2012 में सपा को सिर्फ बाह सीट पर जीत मिली थी, लेकिन इस सीट पर सपा विधायक राजा महेन्द्र अरिदमन सिंह द्वारा बीजेपी ज्वाइन करने के बाद समाजवादी पार्टी इस सीट पर दोबारा अपना प्रत्याशी उतारने की तैयारी में हैं। वहीं छावनी विधानसभा सीट भी सपा के खाते में जाएगी। कारण है कि इस सीट पर चन्द्रसेन टपलू को प्रत्याशी घोषित किया है, पिछले विधानसभा में चन्द्रसेन टपलू ने इस सीट पर सपा के लिए अच्छा वोट बैंक समेंटा था, लेकिन उनके निधन के बाद इस सीट पर समाजवादी पार्टी इस सीट पर उनके ही किसी परिवार के व्यक्ति को मैदान में उतार सकती है। एत्मादपुर सीट की बात करें, तो ये सीट भी सपा अपने खाते में रख सकती है, वहीं फतेहाबाद सीट भी सपा के खाते में रहेगी, क्योंकि इस सीट पर सपा प्रत्याशी डॉ. राजेन्द्र सिंह की अच्छी पकड़ मानी जाती है।
कांग्रेस को मिलेंगी तीन सीट
कांग्रेस बात करें, तो आगरा में लम्बे समय से कांग्रेस अपना खाता खोलने के लिए बेकरार है। इस बार सपा गठबंधन से कांग्रेसियों को कुछ आशा है। गठबंधन के बाद कांग्रेस को आगरा से तीन सीटें मिल सकती हैं, इनमें आगरा दक्षिण सीट मुख्य है। इसके बाद खेरागढ़ विधानसभा और आगरा उत्तर सीट भी कांग्रेस को मिल सकती है। जिलाध्यक्ष दुष्यंत शर्मा ने बताया कि कौन सी सीट कांग्रेस को मिलेंगी, ये तो हाईकमान का निर्णय है, लेकिन इन सीटों पर कांग्रेस मजबूत है।
लोकदल को मिलेंगी दो सीटें
राष्ट्रीय लोकदल की बात करें, तो उसके खाते में आगरा से दो सीटें आ सकती हैं। दोनों ही सीटें जाट बाहुल्य हैं। जिसमें से फतेहपुर सीकरी विधानसभा सीट और आगरा ग्रामीण विधानसभा सीट रालोद के खाते में जाने की उम्मीद है। वहीं खेरागढ़ विधानसभा सीट पर रालोद भी अपना दावा पेश कर रही है।