लोगों को जब पता लगा कि अभी वे लाइफ सपोर्टिंग सिस्टम पर है, तो उन्होंने राहत की सांस ली।
आगरा। चेन्नई में एआईएडीएमके की प्रमुख जयललिता का चेन्नई के अपोलो अस्पताल में सोमवार की शाम निधन होने की खबर से आगरा में भी शोक की लहर फैल गई। लोग उनका हाल चाल जानने के लिए एक दूसरे से संपर्क करने लगे। हालांकि उनका आगरा से कोई संबंध नहीं था, लेकिन वे एक अच्छे नेता के तौर पर जानी जाती थीं। एक टीवी चैनल की खबर के बाद आगरा में कई समुदायों ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। आगरा में नर्सेज संगठन में उनके स्वास्थ्य को लेकर काफी बेचैनी देखने को मिली। लोगों को जब पता लगा कि अभी वे लाइफ सपोर्टिंग सिस्टम पर है, तो उन्होंने राहत की सांस ली।
सड़क यातायात,सुरक्षा का था विशेष प्रबंध
ट्रांसपोटर्स का कहना है कि तमिलनाडु में जब आगरा से सामान जाता था, तब वहां प्रशासन की ओर से उत्तर प्रदेश के वाहनों को बड़ी सहूलियत मिलती थी। ट्रांसपोर्टर आरके चौधरी ने बताया कि गाड़ियां वहां जब पहुंचती थी, तो लोग यूपी के ट्रक ड्राइवर को बहुत ही सपोर्ट करते थे। वहां की यातायात व्यवस्था से ट्रांसपोटर्स खासे प्रभावित थे।
टीवी चैनल की खबर पर संशय
ईटीवी के हवाले से उनके निधन की खबर जब लोगों को हुई, तो नर्सेज संगठन, नेताओं और ट्रांसपोटर्स में शोक की लहर फैल गई। लोग एक दूसरे से उनके हाल चाल की खबर लेने लगे। चेन्नई की नर्स ललिता ने बताया कि चेन्नई में सीएम जयललिता एक सीएम नहीं थी। उन्होंने वहां लोगों को गोद ले रखा था। अम्मा रसोई से उन्होंने लाखों लोगों का दिल जीता था।