आगरा। रियल एस्टेट में भले ही मंदी चल रही हो, मगर सरकार जमीन के दाम बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। दिसंबर में फिर सर्किल रेट बढ़ाने की तैयारी है। माना जा रहा है कि इस बार 10 फीसद तक सर्किल रेट बढ़ाने की कवायद है। अगर सर्किल रेट इसी तरह से बढ़ते रहे तो रियल एस्टेट को चौपट होने से कोई रोक नहीं पाएगा।
यहां चल रहा सर्वे
दिसम्बर में सर्किल रेट बढ़ाने की तैयारी
इसके लिए हर क्षेत्र में सर्वे शुरू हो चुका है, जिसमें संजय प्लेस,एमजी रोड, आवास विकास कॉलोनी, पश्चिमपुरी, शास्त्रीपुरम, सिकंदरा, शहीद नगर, राजपुर चुंगी, दयालबाग, रोहता,आदि क्षेत्रों के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी सर्वे कर सर्किल रेट का प्रस्ताव तैयार किया जाएगा।
आवास विकास परिषद ने घटाए दाम
यह सब तब हो रहा है जबकि रियल एस्टेट में भारी मंदी चल रही है।इसी मंदी के चलते उत्तर प्रदेश आवास एवं विकास परिषद ने प्रदेश भर में अपनी संपत्तियों के बाजार मूल्य में 20 फीसद तक की कटौती की है। उत्तराखंड सरकार ने भी छह जून 2016 के निर्णय में अपने यहां सर्किल रेट में 50 फीसदी की कटौती की है।
आगरा में सर्किल रेट में 40 फीसद कटौती हो
आगरा सिटी रेडिको का कहना है कि स्टांप अधिनियम के अंतर्गत तय होने वाली नई सर्किल दरों को कम से कम 40 फीसद कटौती की जानी चाहिए। यदि ऐसा नहीं हुआ तो शहर में प्रॉपर्टी की बिक्री पूरी तरह बंद हो जाएगी। रेडिको सदस्यों ने सहायक महानिरीक्षक निबंधन निरंजन कुमार से भी वार्ता की।
मंदी से नहीं बिक रही संपत्तियां
संस्था के इंदरचंद जैन ने कहा कि रियल एस्टेट कारोबार मंदी से गुजर रहा है। बिल्डरों के प्लॉट, मकान और व्यावसायिक इकाइयां मंदी ओर बढ़े हुए सर्किल रेट की वजह से बिक नहीं पा रही है। मौजूदा सर्किल दरें वास्तविक बाजार मूल्य से 40 फीसद तक ज्यादा हैं।