अहमदाबाद।
बारह साल बाद लगने वाला कुंभ मेला इस वर्ष 14 जुलाई से महाराष्ट्र की नासिक नगरी
में शुरू हो चुका है, लेकिन शाही स्नान की शुरूआत 29 अगस्त से होने जा रही है। शाही
स्नान वाले दिनों में प्रतिदिन 80 लाख से एक करोड़ तक श्रद्धालुओं के स्नान के लिए
नासिक पहुंचने की संभावना को देखते हुए नासिक क्राइम ब्रांच के सहायक पुलिस आयुक्त
(एसीपी) सचिन गोरे ने विकलांग, बच्चों एवं बुजुर्गो से शाही स्नान वाले दिनों में
नासिक आने से बचने की अपील की है। अन्य दिनों में वो स्नान के लिए आ सकते हैं। गोरे
ने शनिवार को यहां संवाददाताओं को कुंभ मेले की तैयारियों की जानकारी देते हुए कहा
कि सुरक्षा के पर्याप्त प्रबंध किए गए हैं।
19 अगस्त को अखाडा
ध्वजारोहण
एसीपी सचिन ने बताया कि 19 अगस्त को अखाडा ध्वजारोहण है, जिस दिन
विभिन्न अखाड़ों के करीब तन लाख साधू नासिक एवं त्रंबकेश्वर में स्नान करेंगे। 29
अगस्त से शाही स्नान की शुरूआत होगी।
दूसरा शाही स्नान 13 सितंबर व तीसरा शाही
स्नान नासिक में 18 सितंबर को जबकि नासिक से करीब 25 किलोमीटर दूर त्रंबकेश्वर में
25 सितंबर को होगा।
दैनिक 25 लाख श्रद्धालु पहुंच
रहे
उन्होंने बताया कि अभी दैनिक जहां 25 लाख तक श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंच
रहे हैं, उनकी संख्या शाही स्नान वाले दिनों में 80 लाख से एक करोड़ तक पहुंचने की
संभावना है। इस दौरान कोई अनहोनी ना हो और लोग शांतिपूर्वक स्नान कर सकेंगे, इसलिए
उन्होंने विकलांग, बुजुर्गो, बच्चों के इन दिनों यहां आने से बचने की अपील की है।
श्रद्धालुओं की बात करें तो वर्ष 1992 में दैनिक 60 हजार साधू व 15 लाख श्रद्धालु
पहुंचे थे। वर्ष 2003 में दैनिक 1.5 लाख साधू एवं 50 लाख श्रद्धालु पहुंचे
थे।
नासिक में पांच, त्रंबकेश्वर में तीन नए घाट बनाए
नासिक व त्रंबकेश्वर
में पहले एक-एक घाट था, लेकिन इस वर्ष नासिक में पांच एवं त्रंबकेश्वर में तीन नए
घाट बनाए हंै, ताकि स्नान में असुविधा ना हो। श्रद्धालुओं को घाट तक पहुंचने के लिए
ढाई से पांच किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ेगा। सुरक्षा के मद्देनजर शाही स्नान वाले
दिन के 24 घंटे पहले से शहर को सील कर दिया जाएगा। बसें शहर से बाहर ही करीब 25
किलोमीटर दूर श्रद्धालुओं को उतारेंगीं। वहां से उन्हें अदरूनी बस स्टैंडों तक लाने
के तीन हजार बसें लगाई हैं। 2003 में जब कुंभ मेला नासिक में लगा था तब छह हजार
सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे, लेकिन इस वर्ष 18 हजार सुरक्षाकर्मी लगाए गए
हैं।
सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था :
आतंकवादी हमले को रोकने के लिए एटीएस की
विशेष फोर्स वन टीम, किसी आपातकालीन परिस्थिति से बचाव के लिए एनडीआरएफ की टीम, 15
बीडीडीएस टीमें लगाने के साथ 25 वर्ग किलोमीटर में फैले पूरे नासिक शहर को पांच सौ
सीसीटीवी कैमरों के जरिए दायरे में लेकर दो कंट्रोलरूम से चौबीस घंटे नजर रखी जा
रही है। लोगों को कोई समस्या हो तो वो दोनों शहरों में जगह-जगह बनाई गई 160 पुलिस
चौकियों पर संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा फोन पर संपर्क कर सकते हैं। 15 फोन लाइन
शुरू की गई हैं। 110 वॉच टावर, 80 मेगा फोन के साथ हर चौराहे पर पब्लिक एड्रस
सिस्टम के स्पीकर लगाए हैं। चार सौ एकड़ में साधुओं के लिए साधूग्राम बनाया है।