गांधीनगर. गुजरात में आगामी चुनावों को दृष्टिगत रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गत चार महीने में चार बार गुजरात आए और अब सुनियोजित रणनीति के तहत पांचवीं बार डीसा आएंगे। इसके बाद ही वे दोपहर को पीएम बनने के बाद पहली बार भाजपा के प्रदेश कार्यालय कमलम् भी आ रहे हैं।
गौर किया जाए तो प्रधानमंत्री के इन गुजरात दौरों को बड़ी ही दूरदृष्टि के साथ निर्धारित किया गया लगता है। पहले और दूसरे दौरे में उन्होंने सौराष्ट्र को नापा। सौनी सिंचाई योजना की बड़ी सौगात देकर उन्होंने पटेल बाहुल्य क्षैत्र में पाटीदार आरक्षण आंदोलन के असर से हुई क्षति को भरपाई करने क ी कोशिश की और सौराष्ट्र की संपन्नता और विकास का संदेश दिया।
प्रधानमंत्री का तीसरा दौरा दाहोद और नवसारी का था, जिसमें उन्होंने मध्य और दक्षिण गुजरात में क ई रिकॉर्ड कायम कर सामाजिक सरोकारों व आदिवासियों की हिमायती सरकार का संदेश पूरे देश को देने की कोशिश की। मोदी का चौथा दौरा वडोदरा के एयरपोर्ट टर्मिनल के उद्घाटन के लिए था। इसमें उन्होंने मध्य गुजरात को साधा। अब 10 को डीसा के कार्यक्रम में उत्तर गुजरात में अपनी मौजूदगी दर्ज कराएंगे।
मोदी शनिवार को डीसा के कार्यक्रम के बाद पहली बार अपरान्ह् एक बजे कमलम् में आएंगे। सूत्रों के मुताबिक, यहां वे गत एक माह से नोटबंदी के बाद उपजे हालात पर अपनी पार्टी के लोगों के साथ चर्चा करेंगे। इस दौरान राज्य सरकार के मंत्री, विधायक, सांसद और पार्टी के प्रमुख पदाधिकारी सहित एक हजार से अधिक लोग मौजूद रहेंगे।
कयास है कि वे यहां 27 दिसम्बर को होने वाले ग्राम पंचायत चुनाव और 2017 के विधानसभा चुनाव की रणनीति के अलावा नोटबंदी व अन्य मुद्दों पर भाजपा को जनता के बीच हर सवाल का जवाब देने के लिए मंत्र देंगे। साथ ही उनकी यह मुलाकात पार्टीजनों में नया जोश फूंकेगी। मोदी प्रदेश भाजपा अध्यक्ष जीतू वाघाणी, मुख्यमंत्री विजय रुपाणी एवं उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल की उपस्थिति में बैठक के दौरान वे भ्रष्टाचार उन्मूलन, कैशलेस इण्डिया कार्यक्रम के क्रियान्वयन, पाटीदार आन्दोलन का निराकरण आदि मुद्दों पर भी परामर्श करेंगे।
डीसा के कार्यक्रम में नहीं जाएंगे मंत्री
बताया गया है कि प्रधानमंत्री का भाजपा कार्यालय गांधीनगर का दौरा प्रस्तावित होने से राज्य सरकार के मंत्री शनिवार सुबह डीसा में आयोजित कार्यक्रम में जाने के बजाय कमलम् में उनके स्वागत-तैयारी व्यवस्था संभालेंगे। डीसा के कार्यक्रम में राज्य सरकार के प्रतिनिधि के रूप में सिर्फ मुख्यमंत्री विजय रुपाणी, उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल एवं प्रोटोकॉल मंत्री प्रदीप सिंह जाड़ेजा जाएंगे।