आठवीं की छात्रा से तीन लोगों ने किया था मोबाइल शॉप में गैंगरेप, एसओ को किया गया सस्पेंड
इलाहाबाद. फूलपुर थाना क्षेत्र में रेप के आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं होने से आहत एक नाबालिग छात्रा ने खुदकुशी कर ली। नाबालिग छात्रा के साथ चार युवकों ने मंगलवार रात मोबाइल शॉप के अंदर गैंगरेप किया था। इस दौरान पुलिस ने रेप करने वाले तीन लोगों को पकड़ने के बाद भी रिपोर्ट नहीं दर्ज की। मामला गंभीर होते देख एसएसपी ने शुक्रवार को एसओ फूलपुर को सस्पेंड कर दिया।
घटना बीते मंगलवार रात की है। पीड़ित नाबालिग छात्रा के पिता की मिठाई की दुकान है। मंगलवार की रात पीड़िता और उसकी छोटी बहन को मिठाई की दुकान से वहीं के मोबाइल शॉप संचालक दयाराम अपने दोस्त चंद्रजीत, महानंद यादव और अमित कुमार की मदद से अपनी दुकान में उठा ले गया। इस दौरान इन चारों ने बड़ी बहन के साथ गैंगरेप किया। इस बीच जब रात करीब 12 बजे जब पीड़िता के पिता की नींद खुली तो उसकी दो बेटियां लापता थी। उसने बेटियों की तलाश में कई जगह छानबीन की लेकिन कहीं उसका पता नहीं चला था।
इसी बीच उसने मोबाइल शॉप की दुकान में लाइट जलते देखा तो उसे कुछ संदेह हुआ। उसने जब बंद दुकान की शटर में कान लगाया तो बड़ी बेटी के रोने की दबी आवाज आ रही थी। इस दौरान पिता ने कई बार शटर खोलने का भी प्रयास किया लेकिन नहीं खुला। तब उसने तत्काल 100 नंबर डायल कर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने आकर मौके पर जब शटर तोड़ा तो उसमें से दुकान संचालक दयाराम भाग निकला। जबकि इंद्रजीत महानंद और अमित तीनों पुलिस के हत्थे चढ़ गए। इस इस दौरान जब पीड़ित छात्रा अपने पिता के साथ रिपोर्ट दर्ज कराने फूलपुर थाने पहुंची तो एसओ पुष्कर प्रताप सिंह ने रिपोर्ट दर्ज कर आरोपियों को जेल भेजने में टालमटोल करने लगे। पुलिस की हरकत से नाबालिग पीड़िता ने बदनामी के डर से गुरुवार को जहर खा कर आत्महत्या कर ली। इसके बाद आसपास के लोगों में आक्रोश फैल गया। एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए शुक्रवार को थाना प्रभारी की लापरवाही के लिए निलंबित कर दिया।