फिल्ममेकर और स्क्रिप्ट राइटर पैन नलिन अपनी पहली फिल्म ‘समसारा (2001)’ के लिए ग्लोबल स्पॉटलाइट में आए थे। पैन अपनी डॉक्यूमेंट्रीज के जरिए दुनियाभर में कई पुरस्कार जीत चुके हैं। अब वे अपकमिंग फिल्म ‘एंग्री इंडियन गॉडेसेस’ को लेकर चर्चा में हैं।
फिल्ममेकर और स्क्रिप्ट राइटर पैन नलिन अपनी पहली फिल्म ‘समसारा (2001)’ के लिए ग्लोबल स्पॉटलाइट में आए थे। पैन अपनी डॉक्यूमेंट्रीज के जरिए दुनियाभर में कई पुरस्कार जीत चुके हैं। अब वे अपकमिंग फिल्म ‘एंग्री इंडियन गॉडेसेस’ को लेकर चर्चा में हैं। कई फिल्म फेस्टिवल्स में सराही जा चुकी इस फिल्म को लेकर पैन से हालिया बातचीत।
‘एंग्री इंडियन गॉडेसेज’ फिल्म का असामान्य टाइटल है।
शूटिंग के दौरान पूरे समय तक मैं फिल्म की सभी एक्ट्रेसेज को ‘एंग्री इंडियन गॉडेसेस’ कहकर पुकारता रहा और मुझे यह नहीं पता था कि यही फिल्म का टाइटल बन जाएगा।
फिल्म किस बारे में है?मैं महिला लगाव के विषय को लेकर थोड़ा जिज्ञासु था और जिस तरह से उन्होंने अपनी भावनाएं, कहानियां और जिंदगी को एक-दूसरे के साथ बांटा, उसे लेकर मैं प्रभावित था। हालांकि इस विषय पर कई दिलचस्प फिल्में बनी हैं, लेकिन फिर भी मुझे यह सिनेमा से गायब लगा है। यह फिल्म सात ऐसी लड़कियों की कहानी है, जो हर छोटे या बड़े मुद्दे को बयां करती हैं।
क्या महिला लगाव पर आधारित फिल्म के जरिए दर्शकों को कोई संदेश दे रहे हैं?
मैं फिल्म बनाने के दौरान किसी तरह की योजना नहीं बनाता। मैं हमेशा अच्छी कहानी की ओर आकर्षित होता हूं और फिर देखता हूं कि क्या यह मेहनत करने के लायक है। फिल्म आपकी जिंदगी से समय मांगती है, इसलिए यह मेरे लिए जरूरी है कि मैं कहानी से प्यार करने लगूं। एक बार जब मैं इसे पसंद करने लगता हूं तो यह अहम नहीं होता कि इसके मुखय कलाकारों में कोई महिला है, पुरुष है या फिर कोई जानवर।
फिल्म की कास्टिंग किस तरह से हुई?
मैं ऐसी लड़कियां चाहता था, जो अपने किरदारों में योगदान दें और उन्हें बेहतर बनाएं। यह संवाद याद करने, एक्शन और कट से कहीं बढ़कर था। हमने देशभर से विभिन्न परिवेशों वाली लड़कियों का चयन किया। आखिरकार ये लड़कियां जादुई साबित हुईं, हम उनमें ऊर्जा देख सकते हैं।
क्या सातों अभिनेत्रियों के बीच अच्छे संबंध रहे।
सभी अभिनेत्रियों के मिलने के 10 मिनट बाद ही हमें लगने लगा कि जैसे वे एक-दूसरे को बहुत लंबे समय से जानती हैं।
‘एंग्री…Ó को फिल्म फेस्टिवल्स में सराहना मिल रही है। आपको लगता है कि भारतीय दर्शक फिल्म के लिए तैयार हैं?भारतीय दर्शक इस तरह की फिल्मों को बहुत हद तक स्वीकार नहीं करते, लेकिन मुझे उम्मीद है कि वे इसे एक बार देखेंगे। हमने एक सच्ची फिल्म बनाई है और यह दिल को छूने वाली है। चूंकि यह सिंपल एंटरटेनिंग फिल्म है, इसलिए लोग अच्छा समय गुजार पाएंगे। इस फिल्म को महिलाएं और पुरुष, दोनों ही निश्चित रूप से पसंद करेंगे। हमने भारतीय दर्शकों के लिए फिल्म का प्रदर्शन किया है और उन्हें फिल्म पसंद आई है।
आप दूसरे किन प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे हैं?
मैं फिक्शन और डॉक्यूमेंट्रीज पर लगातार काम कर रहा हूं। ‘समसारा’ और ‘वैली ऑफ द लावर्स’ की तरह की फिल्में वक्त लेती हैं और मुझे ऐसी फिल्में बनाना पसंद है। मैं ऐसी फिल्मों के लिए कम लोगों की टीम के साथ यात्रा करता हूं और इसका अपना मजा है। फिलहाल मैं इंग्लिश फीचर फिल्म ‘बियॉन्ड द नॉन वल्र्ड’ पर काम कर रहा हूं, जो अगले साल रिलीज होगी। यह पोस्ट प्रोडक्शन के स्तर पर है और इसकी शूटिंग हिमाचल प्रदेश में की गई है।