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अलवर

बरसती आंखों से शहीद देवेन्द्र को दी अंतिम विदाई

ग्राम बीघाना निवासी शहीद देवेन्द्र यादव को भारत माता के जयकारों के बीच गुरुवार सुबह अन्तिम विदाई दी

अलवरFeb 12, 2016 / 05:44 am

शंकर शर्मा

 Alwar photo

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बहरोड़. ग्राम बीघाना निवासी शहीद देवेन्द्र यादव को भारत माता के जयकारों के बीच गुरुवार सुबह अन्तिम विदाई दी। जम्मू कश्मीर की तंगधार की पहाडिय़ों में शहीद हुए देवेन्द्र यादव की पूरे सैनिक सम्मान के साथ अंत्येष्टि की गई।
दिल्ली से सेना का एक दल गुरुवार सुबह 9 बजे शहीद देवेन्द्र के पार्थिव शरीर को लेकर बीघाना पंहुचा। गांववासियों ने भारत माता की जय एवं देवेन्द्र अमर रहे के नारे लगाए। सैकडों लोगों की मौजूदगी में गांव में उनका अन्तिम संस्कार कर दिया गया।

शहीद के शव पर विधायक डॉ. जसवंत यादव, पूर्व सांसद डा. कर्णसिंह यादव, जनता सेना प्रमुख बलजीत यादव, कांग्रेस नेता बस्तीराम यादव, डा. आरसी यादव, बलवान सिंह यादव, मनोज यादव, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी आरपी यादव, एसडीएम शैफाली कुशवाह, डीएसपी तेजपालसिंह, तहसीलदार चन्दनमल सैन, नीमराना थानाधिकारी हितेन्द्र शर्मा, सुरेश यादव, सुभाषचंद गुप्ता, जिला पार्षद पूनम देवी, सरपंच अशोक यादव, जयपालसिंह सहित सैकड़ों की संख्या में लोगों ने पुष्पांजलि अर्पित की।

सोमवार को हुए थे शहीद
देवेन्द्र यादव सेामवार रात्रि साढे 9 बजे तंगधार की पहाडिय़ों में 13 हजार फीट की ऊंचाई पर नियमित गश्त पर थे। उन्हें आक्सीजन की कमी से सांस लेने में परेशानी हुई ओर दिल का दौरा पडऩे पर शहीद हो गए।

10 वर्षीय मासूम बेटे ने दी मुखाग्नि
जब शहीद देवेन्द्र को उनके दस वर्षीय मासूम बेटे ने मुखाग्निी दी तो सभी की आंखें नम हो गईं। इससे पूर्व उनके पार्थिव शरीर के साथ आए सैनिक दल एवं अलवर पुलिस लाइन के पुलिस दल ने शहीद को सशस्त्र सलामी दी।

शहीद को बताया क्षेत्र का गौरव
शहीद देवेन्द्र के पिता सेना से कैप्टन के पद से सेवानिवृत हुए हैं। परिवार में पिता के अलावा एक बड़ा भाइर्, एक बेटी एक बेटा एवं पत्नी है। मां का निधन हो चुका है। देवेन्द्र पिछले वर्ष जुलाई में छुट्टी पर घर आए थे। वे 15 फरवरी को छुट्टी पर आने वाले थे। शहीद के परिवार के सभी लोगों का रो-रो कर बुरा हाल था। उनको लोग ढांढस बंधा रहे थे। लोगों ने शहीद को क्षेत्र का गौरव बताते हुए गर्व जताया।
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