अमरीका के फ्लोरिडा में एक नाइट क्लब में फायरिंग हुई, इसमें दो लोगों की मौत हो गई जबकि 17 घायल हो गए
फ्लोरिडा। अमरीका के फ्लोरिडा में एक नाइट क्लब में फायरिंग हुई। इसमें दो लोगों की मौत हो गई जबकि 17 घायल हो गए। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ली काउंटी शेरिफ ऑफिस ने 17 लोगों के घायल होने की पुष्टि की है। घटना देर रात करीब एक बजे की है।
फ्लोरिडा के फोर्ट मायर्स के क्लब ब्लू में टीएनजर्स की पार्टी चल रही थी। क्लब में मौजूद कुछ किशोरों की उम्र महज 13 साल बताई जा रही है। पुलिस ने इस घटना से जुड़े एक संदिग्ध को पकड़ लिया है जबकि एक अन्य फरार हो गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि फायरिंग की वजह स्पष्ट नहीं है। एक चश्मदीद ने बताया कि उसने कम से कम 30 राउंड गोलियों की आवाज सुनी।
घटनास्थल के आसपास रहने वाले लोगों का कहना है कि उन्होंने लोगों की चीख पुकार सुनी। कुछ लोगों को एंबुलेंस से ले जाया गया। जब तक पुलिस मौके पर पहुंची तब तक हमलावर भाग चुके थे। घायल क्लब की पार्किंग में पड़े थे। एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक हमलावरों के पास काफी मात्रा में हथियार थे। एक व्यक्ति ने बताया कि उसका दोस्त क्लब में था तभी फायरिंग हुई। उसने जब दोस्त को कॉल किया लेकिन फोन नहीं लगा। इस कारण उसे अपने दोस्त की कोई जानकारी नहीं मिल सकी। इसके बाद वह क्लब की ओर भागा।
फोर्ट मेयर्स के न्यूजचैनल विंक न्यूज ने बताया कि घटनास्थल बिल्कुल पागलखाने जैसा नजर आ रहा था। गोलियों की आवाज सुनते ही लोग नाइट क्लब से बाहर आ रहे हैं। गौरतलब है कि बीते माह ओरलैंडो के एक गे नाइट क्लब में हमला हुआ था। इसमें 53 लोग मारे गए थे। एक बंदूकधारी ने घटना को अंजाम दिया था। अमरीकी इतिहास में गोलीबारी की यह अब तक की सबसे बड़ी घटना थी।
अमरीका में पिछले कुछ सालों में फायरिंग की घटनाएं बढ़ी है। इसके बाद से यहां हिंसा रोकने के लिए गन कल्चर को खत्म करने की मांग उठ रही है। पिछले दिनों राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस पर लगाम लगाने की बात कही थी। दिसंबर में ओबामा ने बंदूकों के लिए लाइसेंस की प्रक्रिया को सख्त बनाने की घोषणा की थी। 2015 में अमरीका में फायरिंग के 350 बड़े और 53,030 छोटे मामले सामने आ चुके हैं। 96 बड़े मामले बार और क्लब में पार्टी के दौरान हुए। 83 मामलों में गैंग ने फायरिंग की। 68 मामले घरेलू लड़ाई के बाद फायरिंग के हैं। 54 मामले ऐसे थे,जिनमें फायरिंग का कारण पता नहीं चल पाया। 12 मामले लूटे के थे। 6 आतंकी हमले। 2 हमले आईएसआईएस ने किए।