वॉशिंगटन। अमरीका ने पाकिस्तान को एकबार फिर से आतंकवाद के मुद्दे पर कड़ी फटकार लगाई है। अमरीका ने कहा है कि वह पाकिस्तानी आतंकी संगठन द्वारा अंजाम दिए गए मुंबई आतंकी हमलों के मामले में जवाबदेही और न्याय होते देखना चाहता है।
विदेश मंत्रालय के उप-प्रवक्ता मार्क टोनर ने संवाददाताओं से कहा, हम इस बात पर बेहद स्पष्ट रहे हैं कि हम मुंबई हमलों के मामले में जवाबदेही तय होते और न्याय होते देखना चाहते हैं। एक सवाल के जवाब में टोनर ने कहा, उन भयावह हमलों में अमरीकी नागरिकों ने अपनी जान गंवाई।
हम लंबे समय से आतंकवाद से निपटने में सहयोग को बढ़ावा देते रहे हैं और इस बात पर जोर भी देते रहे हैं और इसमें इस संदर्भ में भारत और पाकिस्तान के बीच खुफिया जानकारी का आदान-प्रदान भी शामिल है। उन्होंने कहा कि हम अपनी चिंताएं स्पष्ट कर रहे हैं कि उन्हें उन सभी आतंकी समूहों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए, जो उनकी धरती से अपनी गतिविधियां चला रहे हैं या वहां अपना गढ़ बनाने की कोशिश कर रहे हैं। यह लंबे समय से हमारा उद्देश्य रहा है। इसमें प्रगति देखने को मिली है, लेकिन इसमें और प्रगति की जरूरत है।
आपको बता दें कि यह बयान तब आया है जब पीएम मोदी ने पाकिस्तान पर तीखा हमला बोलते हुए कहा था कि दक्षिण एशिया में एक अकेला देश आतंक के एजेंट फैला रहा है और उन्होंने जी-20 नेताओं से कहा कि आतंकवाद का प्रायोजन करने वालों को प्रतिबंधित और अलग-थलग किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री के इस बयान के ठीक बाद जी-20 के सदस्य देशों ने आतंकवाद की पुरजोर निंदा की और आतंकवाद के वित्तपोषण के सभी स्रोतों, तकनीकों और माध्यमों से निपटने का संकल्प लिया।
मोदी ने पाकिस्तान का परोक्ष रूप से हवाला देते हुए कहा, दक्षिण एशिया में निश्चित तौर पर एक ऐसा देश है जो हमारे क्षेत्र के देशों में आतंक के एजेंट फैला रहा है। उन्होंने जी-20 के समापन सत्र के दौरान कहा, हम आशा करते हैं कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय एकसाथ बोलेगा और इस समस्या से लड़ने के लिए तत्कालिक आधार पर कदम उठायेगा। जो आतंकवाद का प्रयोजन और समर्थन करते हैं उनको अलग-थलग और प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। उनको पुरस्कृत नहीं किया जाना चाहिए।