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अमरीका

ओबामा नहीं चाहते सऊदी अरब के खिलाफ चले मुकदमा

व्हाइट हाउस ने कहा है कि यह कानून बनने पर अमेरिकी राजनयिकों और सैनिकों को अन्य देशों में मुकदमे का सामना करना पड़ सकता है

Sep 24, 2016 / 06:17 pm

जमील खान

Barack Obama

Barack Obama

वॉशिंगटन। अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने उस विधयेक को वीटो कर दिया है, जिसमें 9/11 के पीडि़तों के परिजनों को सऊदी अरब के खिलाफ मुकदमा करने की अनुमति का प्रावधान था। इसके साथ ही ओबामा ने एक भावुकता से भरे मामले पर खुद को कांग्रेस और राष्ट्रपति पद के दोनों उम्मीदवारों के खिलाफ खड़ा कर लिया है। सीएनएन की शुक्रवार की रपट के मुताबिक, व्हाइट हाउस ने कहा है कि यह कानून बनने पर अमेरिकी राजनयिकों और सैनिकों को अन्य देशों में मुकदमे का सामना करना पड़ सकता है।

लेकिन कांग्रेस में रिपब्लिकन और डेमोके्रटिक, दोनों दलों के नेताओं ने कहा है कि वे अगले सप्ताह ओबामा के वीटो को अस्वीकार कर देंगे। ओबामा ने अब 12 वीटो जारी किए हैं। यदि कांग्रेस का अस्वीकार सफल हुआ, तो सबसे पहले इसका असर ओबामा के राष्ट्रपति पद पर होगा। जस्टिस अगेंस्ट स्पॉन्सर्स ऑफ टेररिज्म एक्ट को समर्थन के प्रति सांसदों में व्यापक सहमति है। सांसदों ने इस वर्ष के प्रारंभ में पीडि़त समूहों के दबाव में इस विधेयक को पारित किया था।

इस विधेयक से अमेरिका में दूसरे देशों को मुकदमों का सामना करने की छूट समाप्त हो जाएगी, और यदि उस देश के बारे में यह साफ हो गया कि उसका संबंध अमेरिका में किसी आतंकी हमले में हाथ रहा है, तो उसे संघीय सिविल मुकदमे का सामना करना पड़ सकता है।

ओबामा ने अपने वीटो संदेश में कहा है कि उन्हें 11 सितंबर, 2001 के आतंकवादी हमलों के पीडि़त परिवारों के प्रति गहरी सहानुभूति है। लेकिन, उन्होंने कहा है कि इस कानून से अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा हितों को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है और महत्वपूर्ण गठबंधनों को भी काफी नुकसान पहुंच सकता है।

उन्होंने चेतावनी दी है कि इस कानून से आतंकवाद में अन्य देशों की भागीदारी संबंधी सवाल उठाने से आतंकवाद के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई पर दुष्प्रभाव पड़ सकता है। ओबामा ने साथ ही यह भी कहा कि इस कदम से अन्य देशों में भी अमरीकियों, खासतौर पर सेना में कार्यरत जवानों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है, क्योंकि इससे पारस्परिक समझौते रद्द हो जाएंगे, जो फिलहाल ऐसे मुकदमों से दोनों पक्षों का बचाव करते हैं।

ओबामा ने इस कदम को लेकर मित्र देशों की आपत्तियों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस कानून से राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर ऐसे संवेदनशील समय में उनके सहयोग पर असर पड़ेगा, जब हम सहयोग बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं, विभेद पैदा करने की नहीं। इसमें आतंकवाद रोधी मुद्दे भी शामिल हैं।

डेमोके्रटिक पार्टी की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार और ओबामा की पूर्व विदेश सचिव हिलेरी क्लिंटन ने कानून के प्रति समर्थन जताया है। वहीं, वीटो के बाद रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने एक बयान में कहा कि यह कदम शर्मनाक है।

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