नवीन विकास बैंक की स्थापना ब्रिक्स गुट ने की है, जिसमें ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं।
वाशिंगटन। नवीन विकास बैंक ने देश की महत्वाकांक्षी नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के लिए 25 करोड़ डॉलर ऋण देने का फैसला किया है। यह जानकारी वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी। नवीन विकास बैंक की स्थापना ब्रिक्स गुट ने की है, जिसमें ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं।
आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने ट्विटर पर पोस्ट किए गए संदेश में कहा कि ब्रिक्स के वित्त मंत्रियों और नवीन विकास बैंक के शासकीय परिषद (बोर्ड ऑफ गवर्नर) की बैठक में हिस्सा लिया। महत्वपूर्ण नीतिगत मुद्दे पर चर्चा हुई।
दास ने यहां वित्त मंत्री अरुण जेटली की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद पोस्ट किए गए ट्वीट में कहा कि नवीन विकास बैंक ने चार ऋण मंजूर किए, जिसमें भारत में नवीकरणीय ऊर्जा योजना के लिए 25 करोड़ डॉलर का ऋण भी शामिल है। बेहतरीन शुरुआत। इस ऋण का उपयोग सौर ऊर्जा क्षेत्र में किया जाएगा। यह बैंक की पहली ऋण मंजूरी है।
बाद में भारतीय पक्ष द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि कई खेपों में दिया जाने वाला यह ऋण कैनरा बैंक को मिलेगा, जो बाद में नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं को ऋण देगा। बयान में कहा गया है। इस परियोजना से 500 मेगावाट की नवीरकणीय ऊर्जा उत्पादन क्षमता हासिल होगी और करीब आठ लाख टन कार्बन उत्र्सन घटेगा। भारत, चीन, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका के लिए कुल 81.1 करोड़ डॉलर के ऋणों को मंजूरी दी गई है।
भातीय बैंकर केवी कामत नवीन विकास बैंक के प्रथम अध्यक्ष हैं। उल्लेखनीय है कि ब्रिक्स देशों के वित्त मंत्री और केंद्रीय बैंकों के गवर्नर अमेरिका में विश्व बैंक और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की बसंत बैठक में हिस्सा लेने के लिए जुटे हैं। दास के अलाव जेटली के प्रतिनिधिमंडल में भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन और मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमणियम भी शामिल हैं।