सीआईए के पूर्वी एशिया मिशन सेंटर के उप सहायक निदेशक माइकल कोलिंस ने चीन पर अपनी महत्वाकांक्षा को पूरा करने के लिए जोर-जबर्दस्ती करने का आरोप लगाया है।
नई दिल्ली। अमरीका खुफिया एजेंसी सीआईए के पूर्वी एशिया मिशन सेंटर के उप सहायक निदेशक माइकल कोलिंस ने चीन पर अपनी महत्वाकांक्षा को पूरा करने के लिए जोर-जबर्दस्ती करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि चीन एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अपने उद्दश्यों को हासिल करने के लिए ‘ताकत की आजमाइश और हठधर्मिता जैसे तरीके अपना रहा है।
अमरीका व जापान ने दिखाई सख्ती
एस्पेन इंस्टिट्यूट के सुरक्षा फोरम में बोलते हुए कोलिंस ने कहा, ‘ हमें ध्यान में रखना होगा कि उत्तर कोरिया, दक्षिण चीन सागर और व्यापार जैसे मुद्दों पर चीन की रणनीति क्या है? चीन के व्यवहार का यह मतलब नहीं है कि अमरीका और चीन इस क्षेत्र में युद्ध की ओर बढ़ रहे हैं। दोनों ही देश पूर्वी एशिया में संघर्ष नहीं चाहते हैं। चीन को अपनी आर्थिक तरक्की और तकनीक के लिए अमरीका के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ स्थिर और शांतिपूर्ण संबंधों की जरूरत है। कोलिंस ने तो डोकलाम सेक्टर में जारी भारत और चीन के मौजूदा गतिरोध पर कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन अमरीका में तैनात जापान के राजदूत केनिचिरो सासा ने भारत का जिक्र करते हुए कहा, इन दिनों हम अपने कुछ सहयोगी और मित्र देशों के साथ मिलकर एक साझा नेटवर्क विकसित कर रहे हैं। भारत भी इनमें शामिल है। जापानी राजदूत ने कहा, ‘चीन की महत्वाकांक्षा एशिया-प्रशांत क्षेत्र में केवल अमरीका से बराबरी करने तक ही सीमित नहीं है। चीन की आक्रामकता केवल उसकी आर्थिक महत्वकांक्षा नहीं, बल्कि कूटनीतिक महत्वकांक्षा है। चीन अमरीका के साथ मुकाबला करना चाहता है।