अमरीकी इंटेलिजेंस एजेंसी (सीआईए) ने पश्चिमी देशों में आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के और हमले की आशंका जताई है
वॉशिंगटन। अमरीकी इंटेलिजेंस एजेंसी (सीआईए) ने पश्चिमी देशों में आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के और हमले की आशंका जताई है। साथ ही सीआई के निदेशक जॉन ब्रेनन ने अमरीकी राज्य फ्लोरिडा के एक समलैंगिक नाइटक्लब में पिछले दिनों गोलीबारी करने वाले का संबंध आईएस से सीधे तौर पर नहीं होने की पुष्टि की।
जॉन ब्रेनन ने चेतावदी दी कि आईएस पश्चिमी देशों में हमलों को अंजाम देने की फिराक में है, जिसके लिए वह हमलावरों को ट्रेंड कर रहा है। ब्रेनन ने खुफिया सूचना पर सीनेट की प्रवर समिति को बताया कि आईएस पश्चिम देशों में घुसपैठ की कोशिश कर सकता है। उन्होंने कहा, दुर्भाग्यवश, आईएस के खिलाफ संघर्ष और वित्तिय क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करने के बाद भी हम इसकी आतंक फैलाने की क्षमता और वैश्विक पहुंच का कम नहीं कर सके हैं।
ब्रेनन के अनुसार, हालांकि आईएस के साथ से इराक और सीरिया में एक बड़ा हिस्सा निकल गया है, पर इसके पास अब भी 18,000 से 22,000 लड़ाके हैं और लीबिया में इसकी ईकाई संभवत: सबसे विकसित और खतरनाक है। उन्होंने कांग्रेस को बताया कि आईएस के लीबिया में 5,000 से 8,000 लड़ाके हैं, जबकि नाइजीरिया में 7,000 और मिस्त्र, अफगानिस्तान तथा पाकिस्तान में सैंकड़ों लड़ाके हैं।
ऑरलैंडो गोलीबारी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हमलावर का संबंध सीधे तौर पर आईएस से नहीं था, फिर भी इस तरह के एकल हमलावर खुफिया तंत्र के लिए बड़ी चुनौती हो सकते हैं, जो भले ही आतंकवादी गिरोहों से सीधे तौर पर नहीं जुड़े होते हैं, पर उनसे प्रेरित होते हैं।