वॉशिंगटन। अमरीका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चीन पर बुरी तरह से बिफर हैं। ट्रंप ने चीन के खिलाफ ट्वीट जंग छेड़ दी है। रविवार को किए एक के बाद एक अपने कई ट्वीट में ट्रंप नेचीन पर कई गंभीर आरोप लगाए। ट्रंप ने कहा, चीन ने मुद्रा के मूल्य में बदलाव करके दक्षिण चीन सागर में सैन्य शक्ति बढ़ाई है। उसके इस कदम से अमरीकी कंपनियों के लिए प्रतिस्पर्धा में बने रहना मुश्किल हो गया है।
ट्रंप ने चीन पर निर्यात सामग्री पर भारी शुल्क लगाने का भी आरोप लगाया। ट्रंप ने दक्षिण चीन सागर में बीजिंग के बढ़ते दखल को और सैन्य परिसर बनाने को गलत करार दिया है। ट्रंप ने कहा, दक्षिण चीन सागर में सैन्य परिसर बनाना सही नहीं है। चीन, अमरीका का सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर है। ट्रंप ने कहा कि चीन अपनी करेंसी का अवमूल्यन करके एक्सपोर्ट बढ़ा रहा है। पिछले ढ़ाई सालों में चीन ने कृतिम रूप से अपनी करेंसी में 15 फीसदी गिराई है। बता दें कि चीन ने भी ट्रंप पर उनके चुनाव अभियान के दौरान लगातार निशाना बनाया था।
हाल ही में ताइवान की राष्ट्रपति की ट्रंप से फोन पर हुई बातचीत के बाद चीन और अमरीका के रिश्तों में और कठास पैदा हो गई है। दरअसल ताइवान एक स्वशासित द्वीप है और चीन इसे अपना भूभाग मानता है। ऐसे में ट्रंप के ताइवान से बढ़ती नजदीकियों को लेकर चीन निराश है।