यूट्यूब, फेसबुक, ट्विटर और माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियां अपने वेबसाइट्स से उग्रवादी और चरमपंथी सामग्री को हटाएंगी।
ब्रुसेल्स। यूट्यूब, फेसबुक, ट्विटर और माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियां अपने वेबसाइट्स से उग्रवादी और चरमपंथी सामग्री को हटाएंगी। ये सभी कंपनियां इसके लिए हैशटैग विकसित करके ऐसे सभी वीडियो और तस्वीरों को डिलीट करेंगी जिसमें चरमपंथी विचार नजर आते हैं।
इंटरनेट पर उग्रवादी सामग्री से बढ़ रहे हैं आतंकी हमले
एक कॉमन प्लेटफॉर्म पर मंगलवार को दिए गए बयान में इन कंपनियों ने कहा कि इंटरनेट पर इस तरह की सामग्री प्रचारित होने से आतंकवाद और हिंसा को बढ़ावा मिल रहा है। इन सभी कंपनियों के ऊपर पश्चिमी देशों की सरकार का दबाव भी है। अमरीकी सरकार ने भी इन वेबसाइट्स पर से आतंकवाद और आतंकवादी हमलों को बढ़ावा देने वाली सामग्री को हटाने के निर्देश दिए हैं। यूट्यूब और फेसबुक ने इस तरह के हैश इस्तेमाल करने शुरू कर दिए हैं। ये दोनों वेबसाइट सभी उग्रवादी सामग्रियों को हटा रही हैं।
ट्विटर ने संदिग्ध सामग्री मिलने पर 235,000 खाते किए निलंबित
इन वेबसाइट पर कुछ ऐसे एडिटर्स भी नियुक्त किए गए हैं जो इंटरनेट पर प्रचारित होने वाली सभी जानकारियों, तस्वीरों और वीडियो पर नजर बनाए हुए हैं। ये एडिटर्स इस तरह की पोस्ट को डिलीट कर रहे हैं। वहीं ट्विटर ने फरवरी से अगस्त के बीच करीब 235,000 अकाउंट्स को निलंबित कर दिया। ये सभी ऐसे अकाउंट थे जिन पर चरमपंथी और कट्टरवादी सामग्री पोस्ट की जा रही थी।
यूरोपियन संघ ने अलग से बनाया इंटरनेट फोरम
अब सभी कंपनियों ने फैसला किया है कि वो इस तरह की तस्वीरों और वीडियो को हैश के साथ ऑटोमेटिक हटाने की प्रक्रिया करेंगी। यूरोपियन संघ ने सभी इंटरनेट कंपनियों को एक कॉमन प्लेटफॉर्म पर लाने के लिए ईयू इंटरनेट फोरम बनाया था। इस फोरम में ईयू काउंटर टेरेरिज्म कॉर्डिनेटर भी नियुक्त किए गए हैं। ये सभी उग्रवादी सामग्री को हटाने का काम करते हैं। इस फोरम ने अब सभी इंटरनेट कंपनियों को ऐसी सामग्री हटाने के निर्देश दे दिए है।