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अमरीका में भारतीय मूल के मुस्लिम पुलिस अफसर के जिम्मे है मंदिर की सुरक्षा

Published: Jul 24, 2016 06:30:00 pm

मंदिर के निर्माण में अहम भूमिका निभाने वाले भारतीय मूल के डॉक्टर मोहन राजदान ने कहा कि मंदिर को सुरक्षा मुहैया करवाने में खान हर समय गंभीर रहते हैं

Javed Khan

Javed Khan

वांशिंगटन। अमरीका के इंडियानापोसिल शहर स्थित सबसे बड़े हिंदू मंदिर की सुरक्षा का जिम्मा मुंबई में पैदा हुए भारतीय मूल के मुस्लिम पुलिस अफसर के जिम्मे है। अमरीका में इसी साल नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव से पहले बढ़ रही धार्मिक असहनशीलता के बीच धर्मों के बीच सहयोग और सामाजिक सद्भावा का बेहतरीन उदहारण है।

स्थानीय पुलिस विभाग के लेफ्टिनेंट जावेद खान काइक्वांडो में ब्लैक बेल्ट हैं और किक बॉक्सिंग के चैंपियन हैं। वह मंदिर की सुरक्षा के निदेशक हैं। खान का जन्म मुंबई में हुआ था और उन्होंने अपनी पढ़ाई पुणे के लोनावला से की। मंदिर में प्रत्येक दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु मंदिर आते हैं। खान को मंदिर का एक हिस्सा मानने लगे हैं लोग।

खान ने कहा कि मेरा संदेश यह है कि हम सब एक हैं। हम सब भगवान की संतान हैं। भगवान भी एक है जिसकी हम अलग अलग नामों से पूजा करते हैं। हम सब भारतीय हैं। मेरा आधा परिवार हिंदू है। मैं हिंदू-मुस्लिम विवाद में विश्वास नहीं रखता।

खान ने कहा कि मैं अपनी ड्यूटी कर रहा हूं। मैं कोई विशेष या असामान्य चीज नहीं कर रहा हूं। खान 2000 में अमरीका आए थे और इसके एक साल बाद वह इंडियाना में आकर बस गए। वह अमरीका में विभिन्न मार्शल आर्ट प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने के लिए वर्ष 1986 से अमरीका आ रहे हैं।

खान ने बताया कि मंदिर आने की शुरुआत तब हुई थी जब उन्होंने अपनी बेटी की शादी एक तेलुगु लड़के से इसी मंदिर में की थी। इसके बाद ही वह यहां आने वाले लोगों को जानने लगे। उन्होंने आगे कहा कि मुलाकातों के बाद ही उन्हें महसूस हुआ कि मंदिर को सुरक्षा की जरूरत है। मैंने आगे बढ़कर मंदिर कि सुरक्षा की जिम्मेदारी उठाने की पेशकश की। वर्तमान में मैं मंदिर की सुरक्षा का निदेशक हूं।

अपने अनुभव बांटते हुए खान ने कहा कि जब भी मैं मंदिर जाता हूं, मुझे नहीं लगता कि मैं एक अमरीकी हूं। ऐसा लगता है कि मैं भारत में हूं। यहां के लोग बहुत अच्छे हैं। वह हर रविवार को मंदिर आते हैं। कभी कभी शुक्रवार रात को या फिर जब जरूरत पड़ती है, तब वह मंदिर आते हैं।

मंदिर आने वाले कई लोग खान को हिंदू धर्म का मानने वाला समझते हैं। टेंपल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज के अध्यक्ष रवि पत्तार ने कहा कि खान हमें हर सप्ताह और बड़े आयोजकों के दिन सुरक्षा मुहैया करवाते हैं। मंदिर की सुरक्षा के लिए पुलिस विभाग ने उन्हें जिम्मेदारी सौंपी है।

मंदिर के निर्माण में अहम भूमिका निभाने वाले भारतीय मूल के डॉक्टर मोहन राजदान ने कहा कि यह बहुत ही अच्छी बात है। मंदिर को सुरक्षा मुहैया करवाने में खान हर समय गंभीर रहते हैं। मंदिर में आने वाले सभी लोग खान को जानते हैं और उनकी खूब इज्जत करते हैं।

राजदान ने कहा कि आज के समय किसी मंदिर की सुरक्षा मुसलमान के हाथों में है इसके बारे में आपने कभी नहीं सुना होगा। इससे एक बड़ा संदेश मिलता है।

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