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Indian-American भाई-बहन को मिला 90 लाख डॉलर मुआवजा

Published: Mar 25, 2015 04:02:00 pm

मैनहैटन के सुप्रीम कोर्ट से सुनाया फैसला, पढ़े क्या था पूरा मामला

न्यूयॉर्क। एक नाइट क्लब में हुए झगड़े के दौरान आई चोटों के लिए भारतीय-अमरीकी भाई-बहन को कोर्ट ने रिकॉर्ड 90 लाख डॉलर यानी कि करीब 54 करोड़ रूपए का मुआवजा दिलवाया है। अनुज सप्रा और आरती सप्रा ने मैनहैटन सुप्रीम कोर्ट में चल रहा केस जीत लिया है। वर्ष 2005 में शहर के एक नाइट क्लब में अनुज और आरती के साथ दो लोगों ने पहले बदसुलूकी की और फिर उन्हें बेसबॉल बल्ले से बेरहमी से पीट दिया।

पीडित पक्ष के एटॉर्नी रवि बत्रा ने बताया, “केस में न्यूयॉर्क के क्लब्स में माइनर बच्चों को ज्यादा शराब परोसने की तरफ ध्यान आकर्षित किया गया था। यह भी बताया गया था कि नशे में यह बच्चे इस तरह के झगड़ों में उलझ जाते हैं और कई बार चोटें जानलेवा भी साबित होती हैं।” कोर्ट ने मामले में क्लब की मालिक फर्म टेन्स कैब्रेट के खिलाफ फैसला सुनाया और फर्म को अनुज सप्रा को 8 मिलियन अमरीकी डॉलर और उसकी बहन को 640000 अमरीकी डॉलर देने का आदेश दिया है।

बत्रा ने बताया कि पीडित भाई-बहन को मोहम्मद अब्दुल शकूर और मोहम्मद आसिफ ने पीटा था। यह दोनों ही उस समय अंडर एज थे, लेकिन फिर भी इन्हें गैरकानून शराब परोसी गई थी। जनवरी 2005 को हुई इस घटना में आसिफ ने आरती के साथ अभद्रता की थी जिसके विरोध में जब अनुज आगे आया तो वहां उसकी बहस आसिफ और शकूर से हो गई। इसके बाद जब भाई-बहन क्लब के बाहर आए तो आसिफ और शकूर भी उनके पीछे आ गए और उन्होंने अनुज को बेसबॉल बैट से चेहरे और सिर पर लगातार वार किए। आरती इस दौरान अपने भाई के लिए मदद मांगती रही, उसके भी हाथ पर मेटल के बैट से वार किया गया।

अनुज को बहुत गहरी चोटें आई जिसमें ब्रेन इंजरी, स्कल फ्रेक्चर, फेशियल फ्रेक्चर्स, इंटरनल ब्लीडिंग, हियरिंग लॉस और हाथ में फ्रेक्चर शामिल है। बत्रा ने बताया कि इस मामले में आसिफ को अनुज की हत्या के प्रयास का दोषी पाया गया, वहीं शकूर देश छोड़कर भाग गया।
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