फ्रांस के पेरिस में साल 2015 में हुई ‘इस्लामिक स्टेट’ के हमले में मारी गई नोहेमी गोंजालेज के परिवार ने सोशल साइट्स फेसबुक व ट्विटर पर मुकदमा दर्ज किया है।
न्यूयॉर्क। फ्रांस के पेरिस में साल 2015 में हुई ‘इस्लामिक स्टेट’ के हमले में मारी गई नोहेमी गोंजालेज के परिवार ने सोशल साइट्स फेसबुक व ट्विटर पर मुकदमा दर्ज किया है। महिला के परिवार ने आरोप लगाया है कि सोशल साइट्स, गूगल विज्ञापन के जरिए आतंकवाद के प्रचार को बढ़ावा दे रहे हैं। इससे हिंसा को बढ़ावा मिल रहा है।
आतंकी संगठनों के विज्ञापन से रेवन्यू कमाने का आरोप
-नोहमी गोंजालेज पेरिस हमले में मारी गईं थी।
– उनके परिवार ने शुक्रवार को कोर्ट में पिछले मुकदमे की संशोधित शिकायत दर्ज की है।
– इससे पहले जून में गोंजालेज के परिवार ने सोशल मीडिया पर आतंकवाद को बढ़ावा देने के संबंध में मुकदम दर्ज किया था।
– उनका आरोप है कि सोशल साइट्स इस्लामिक स्टेट के समर्थन में डाले गए पोस्ट के जरिए रेवेन्यू कमा रहा है।
कंटेंट से मिल रहा है आतंकी सगठनों को बढ़ावा
– इन विज्ञापनों के कंटेंट से आतंकवाद को बढ़ावा मिल रहा है और आतंकी संगठनों का प्रचार हो रहा है।
– गोंजालेज के परिवार ने कैलिफॉर्निया स्थित ओकलैंड के संघीय अदालत में रिवाइज शिकायत दायर की है।
ट्विटर व फेसबुक के प्रवक्ता ने नहीं दी कोई प्रतिक्रिया
– ट्विटर के प्रवक्ता ने इस शिकायत पर किसी भी तरह की टिप्पणी करने से इंकार कर दिया है।
-वहीं फेसबुक और गूगल की तरफ से भी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
– सितंबर 2015 में ट्विटर ने आतंकी संगठनों से जुड़े 460,000 अकाउंट को डिलिट किया था।
सोशल मीडिया ने आतंक को बढ़ावा देने में निभाई अहम भूमिका
-बता दें कि अमरीकी कोर्ट में इस तरह के कई मुकदम दर्ज हैं।
-इनमें भी सोशल मीडिया पर पिछले कुछ सालों में आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया गया है।
-इन मुकदमों में कहा गया है कि आतंकवाद को बढ़ावा देने में सोशल मीडिया ने पिछले कुछ सालों में अहम भूमिका निभाई है।