कड़ी से जोड़कर बनी सरकार दो साल का जश्न मनाने में जुटी है, लेकिन चुनाव से पहले तथा बाद में की गई घोषणाएं थोथी साबित हो रही हैं।
कड़ी से जोड़कर बनी सरकार दो साल का जश्न मनाने में जुटी है, लेकिन चुनाव से पहले तथा बाद में की गई घोषणाएं थोथी साबित हो रही हैं। कई योजनाएं चालू की गई, लेकिन अमलीजामा नहीं पहनने से लोगों को लाभ नहीं मिला। चुनाव में मतदाताओं को लुभाने के लिए बड़े वादे तो किए गए, लेकिन अब उनको नजर अंदाज किया जा रहा है।
यह थी घोषणाएं
चुनाव के दौरान विधायक हीरालाल रैगर ने विधानसभा क्षेत्र के सभी गांवों को बीसलपुर पेयजल योजना से जोडऩा, निवाई में ट्रोमा अस्पताल, नया बस स्टैण्ड, सड़कों की समुचित व्यवस्था, शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर सुविधा, वृद्ध एवं नि:शक्तजनों को पेंशन, महिला थाना खुलवाना, एडीजे न्यायालय खुलवाना, गोसंवर्धन के लिए सुविधाएं, राजकीय महिला महाविद्यालय खुलवाना, किसानों को 8 घंटे बिजली आदि की घोषणाएं की थी। इनमें से एक भी घोषणा पूरी नहीं हुई है।
चिकित्सक भी नहीं
उपखण्ड मुख्यालय पर ट्रोमा अस्पताल खुलना तो दूर विशेषज्ञ चिकित्सकों के पद भी रिक्त हैं। सर्जन, नेत्र रोग, स्त्री रोग विशेषज्ञ एवं मेडीसिन विशेषज्ञ के पद रिक्त हैं। जांच के लिए सोनोग्राफी की मशीन नहीं है। ईसीजी की मशीन खराब है। नया बस स्टैण्ड नहीं खोला गया। पुराने पर पशुओं का जमावड़ा है। महिला महाविद्यालय एवं महिला पुलिस थाना खुलना भी दूर है। बीसलपुर योजना से सभी गांव वंचित है। अधिवक्ताओं की एडीजे न्यायालय खोलने की मांग भी पूरी नहीं हुई। (नि.सं.)
कोई कसर नहीं छोड़ी
विकास कार्य कराने में कसर नहीं छोड़ी है। जिले की चारों विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक काम निवाई क्षेत्र में हुए हैं। इन पर दो करोड़ खर्च किए हैं। ट्रोमा अस्पताल, बीसलपुर का पानी, महिला महाविद्यालय, महिला पुलिस थाना, बस स्टैण्ड एवं निवाई-झिलाय सड़क को चौड़ा करने का प्रस्ताव भेजा हुआ है। पीपलू में 22 लाख से मोर्चरी एवं चार दीवारी का निर्माण स्वीकृत है। निवाई व पीपलू क्षेत्र में 12 करोड़ की लागत से 15 गोरवपथ का निर्माण कराया है।
विकास के नाम पर नहीं लगी एक भी ईंट
निवाई विधानसभा क्षेत्र में विकास के नाम पर एक ईंट भी नहीं लगी है। दलितों के क्षेत्रों में समानीकरण के नाम पर स्कूल बन्द कर दिए गए। निवाई में राजकीय महाविद्यालय पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की देन है। पर्याप्त मात्रा में सिंचाई के लिए बिजली नहीं मिल रही है। अस्पताल एवं सड़कों के हाल खराब हैं। बीसलपुर के पानी का गांव के लोग इंतजार कर रहे हैं।
-प्रशांत बैरवा, प्रतिद्वंदी विधानसभा चुनाव निवाई।