8 साल के बच्चे की हत्या करने वाली मां को 18 साल की जेल
Published: May 29, 2015 09:37:00 am
महिला ने कोर्ट में दलील दी कि उसने बच्चे को शारीरिक शोषण से बचाने के लिए उसकी हत्या की
न्यूयॉर्क। मैनहैटन होटल के कमरे में अपने 8 वर्षीय बेटे को जहर देकर मौत के घाट उतारने वाली अमीर बिजनेसवूमन गिगि जॉर्डन को गुरूवार को स्टेट सुप्रीम कोर्ट ने 18 साल की जेल की सजा सुनाई है। महिला की दलील थी कि उसने बच्चे को शारीरिक शोषण से बचाने के लिए उसकी हत्या की थी। कोर्ट के सजा सुनाने से पहले जॉर्डन दया की भीख मांगती नजर आई।
कोर्ट में सुनवाई के दौरान जॉर्डन ने कहा कि उसने अपने बेटे जूड मिरा की हत्या करने के बाद खुद की भी जान लेने की कोशिश की थी। महिला का कहना था कि उसे डर था उसकी मौत के बाद बच्चे की कस्टडी उसके पिता को मिल जाएगी। जॉर्डन का आरोप है कि बच्चे का पिता पहले भी बच्चे का शारीरिक शोषण कर चुका था।
कोर्ट में रोते हुए जॉर्डन ने कहा, “मैं बेटे जूड को विश्व की किसी भी चीज से ज्यादा प्यार करती हूं और मुझे लगा कि वह असहनीय पीड़ा के साथ जीएगा और मरेगा। मुझे पूरी जिंदगी इस दुख के साथ जीऊंगी।” इस पर जस्टिस चाल्स एच सोलोमन ने कहा कि वे जॉर्डन की कहानी पर यकीन नहीं करते और न ही इस बात को साबित करने के लिए कोई परमाण है कि जूड का शारीरिक शोषण हुआ था। जज ने यह भी कहा कि उन्हें शक है कि जॉर्डन ने भी कभी आत्महत्या का प्रयास किया था।
जज ने कहा कि जॉर्डन मानसिक रोगी लगती है। जज ने यह भी कहा कि जॉर्डन ने अब तक पश्चाताप नहीं किया है, बल्कि नेशनल टेलिविजन को दिए साक्षात्कार में उसने यह तक कहा था कि उसे केवल यही अफसोस रहेगा कि उसने अपनी जान नहीं ली। सोलोमन ने कहा कि जॉर्डन ने कभी अपने किए के लिए क्षमा नहीं मांगी। जज ने कहा कि इस समस्या का कोई और हल ढूंढा जा सकता था, बच्चे की जान लेना उचित नहीं था।