जी-4 की यह बैठक एक दशक के बाद हो रही है जिसमें भारत के अलावा जापान, ब्राजील और जर्मनी हिस्सा ले रहे हैं
न्ययार्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-4 की महत्वपूर्ण बैठक में आज शिरकत करते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधारों के मुद्दों पर जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल, जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे और ब्राजील के राष्ट्रपति डिल्मा रोसेफ के साथ चर्चा करेंगे। यह बैठक भारतीय समयानुसार शाम पांच बजे शुरू होगी।
इस महत्वपूर्ण बैठक से पहले पीएम मोदी ने कल संयुक्त राष्ट्र सतत विकास सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए सुरक्षा परिषद में सुधारों की बात जोरदार तरीके से उठाया। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि सुरक्षा परिषद में दुनिया के ज्यादा से ज्यादा देशों को प्रतिनिधित्व दिया जाए ताकि इस संस्था की विश्वसनीयता और प्रासंगिकता बनी रहे।
जी-4 की यह बैठक एक दशक के बाद हो रही है जिसमें भारत के अलावा जापान, ब्राजील और जर्मनी हिस्सा ले रहे हैं। विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि यह बैठक हमारे लिए बेदह महत्वपूर्ण है। खासकर इस बात को ध्यान में रखते हुए कि यूएनअो ने हाल ही में पारित एक प्रस्ताव में घोषणापत्र के आधार पर सुधारों की बात की। साथ ही उस घोषणा पत्र को पेश किया जिसके आधार पर नियत प्रारूप के तहत बातचीत हो सकती है।
संयुुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि अशोक मुखर्जी ने कहा कि बैठक का मुख्य उद्देश्य सुरक्षा परिषद में सुधार के मामले पर महासभा में हाल में लिए गए फैसले के आधार पर सदस्यों के बीच एकराय बनाना है जिससे कि नियत घोषणापत्र के तहत कोई योजना चर्चा के लिए रखी जाएं और जिससे बातचीत शुरू हो तथा इस बातचीत का कोई सकारात्मक परिणाम निकल सके।
क्या है जी-4 संगठन
भारत, जापान, ब्राजील और जर्मनी वो चार देश हैं जो संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में जी-4 संगठन बनाकर सुधारों की पुरजोर वकालत कर रहे हैं। यह सम्मेलन 2004 के बाद पहली बार हो रहा है।