अमरीका के ओहायो यूनिवर्सिटी कैंपस का हमलावर यहां आने से पहले पाकिस्तान में सात साल गुजारे थे।
कोलंबस। अमरीका के ओहायो यूनिवर्सिटी कैंपस में सोमवार को हमला करने वाले छात्र के तार पाकिस्तान से जुड़े हैं। ओहायो के अधिकारियों ने मीडिया को जानकारी दी है कि हमलावर का नाम अब्दुल रज्जाक अर्तान है। अर्तान सोमालिया में पैदा हुआ था और ओहायो यूनिवर्सिटी का एक छात्र है। अमरीका आने से पहले वह पाकिस्तान में सात साल गुजारे थे।
अधिकारियों ने कहा कि ऐसा लगता है कि उसने अकेले इस हमले को अंजाम दिया, पर इसकी जांच संभावित आतंकवादी हमले के रूप में की जा रही है।
गौरतलब है कि रज्जाक सोमवार को यूनिवर्सिटी के बाहर फुटपाथ पर चल रहे छात्रों पर कार चढ़ा दी थी और फिर कार से बाहर निकलकर चाकू से लोगों पर ताबड़तोड़ हमला करना शुरू कर दिया था। इस हमले में 11 लोग घायल हो गए। इसके बाद एक पुलिस अधिकारी की गोली लगने से उसकी मौत हो गई।
ओहायो के पुलिस अधिकारियों के मुताबिक अर्तान की उम्र 18 साल थी और उसका पूरा नाम अब्दुल रज्जाक अली अर्तान था। उसने 2007 में सोमालिया को छोड़कर पाकिस्तान चला गया था। इसके बाद यहां से 2014 में अमरीका पहुंचा था। अर्तान अब कानूनी रूप से अमरीका का स्थायी नागरिक बन गया था। इसके अलावा ओहियो में अड्डा जमाने से पहले वह कुछ दिन तक डल्लास इलाके में भी रहा था।
एक मैगजीन में रज्जाक के हवाले से लिखा गया है कि मीडिया में जिस तरह से धर्म को लेकर खबरें चल रही हैं उससे वह सार्वजनिक स्थानों पर प्रार्थना करने या नमाज पढ़ने से डर रहा है। कुछ खबरें ऐसी भी हैं जिनमें कहा गया है कि अर्तान ने यूनिवर्सिटी के लोगों पर हमला करने से कुछ देर पहले फेसबुक पर अमरीका विरोधी पोस्ट शेयर की थी, जिसे कुछ मिनट पर हटा लिया गया था।