सर्जिकल स्ट्राइक पर पाकिस्तान को UN में नहीं मिला समर्थन : भारत
Published: Oct 01, 2016 08:13:00 pm
अकबरुद्दीन ने कहा, हम एक जिम्मेदार राष्ट्र हैं और जानबूझकर स्थिति को बदतर करना नहीं चाहते
संयुक्त राष्ट्र। भारत ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र ने सर्जिकल स्ट्राइक मामले में पाकिस्तान के उम्मीद के अनुरूप प्रतिक्रिया नहीं दी है। भारत ने उस दावे को भी खारिज कर दिया है जिसमें कहा गया था कि युद्धविराम की निगरानी करने वाले संयुक्त राष्ट्र के पर्यवेक्षक समूह ने नियंत्रण रेखा पर सीधे कोई गोलाबारी नहीं देखी है। भारत ने 28 और 29 सितंबर की रात सर्जिकल स्ट्राइक कर नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान के कब्जे वाले कशमीर (पीओके) में आतंककारियों के कई लांच पैड ध्वस्त कर दिए थे। पाकिस्तान लगातार भारत के इस दावे को गलत बता रहा है।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि पाकिस्तान ने मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भी ले जाने की कोशिश की तथा अंतरराष्ट्रीय समुदाय से हस्तक्षेप की मांग की, लेकिन उसे कोई समर्थन नहीं मिला। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून के प्रवक्ता स्टीफन डूजैरिक के उस दावे को गलत बताया जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत और पाकिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के सैन्य पर्यवेक्षक समूह ने नियंत्रण रेखा पर ‘प्रत्यक्ष तौर पर’ इस घटना से संबंधित कोई गोलीबारी नहीं देखी।
अकबरुद्दीन ने कहा कि किसी ने इसे देखा या नहीं, इससे जमीनी हकीकत नहीं बदल जाएगी। उन्होंने कहा, मुझे कुछ नहीं कहना है क्योंकि उन्होंने ‘प्रत्यक्ष तौर पर’ शब्द का इस्तेमाल किया है। डूजैरिक के बयान के बारे में पूछे जाने पर भारतीय प्रतिनिधि ने कहा कि इसके बारे में फैसला पर्यवेक्षकों को ही लेना है। उन्होंने कहा, मैं उनकी जगह जाकर प्रत्यक्ष रूप से कुछ नहीं देख सकता।
अकबरुद्दीन ने कहा, हम एक जिम्मेदार राष्ट्र हैं और जानबूझकर स्थिति को बदतर करना नहीं चाहते। हालांकि, एक जिम्मेदार राष्ट्र के नाते हम किसी को अभय नहीं दे सकते। हमारे देश के निरपराध लोगों को मारने के लिए जिस क्षेत्र का इस्तेमाल किया जाएगा हम उसके प्रति बेपरवाह नहीं रह सकते। इससे पहले, डुजैरिक ने एक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा कि मून गंभीर चिंता के साथ भारत और पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा की स्थिति पर नजदीकी नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने दोनों देशों की सरकारों से अधिकतम संयम बनाए रखने तथा अनसुलझे मुद्दों का हल शांतिपूर्ण ढंग से बातचीत के जरिए ढूंढऩे की अपील की है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने पर्यवेक्षक समूह से युद्धविराम की स्थिति पर लगातार नजर रखने तथा इसके बारे में उन्हें रिपोर्ट देने को कहा है। डुजैरिक ने कहा, पर्यवेक्षक समूह ने नियंत्रण रेखा पर इस घटना से संबंधित कोई प्रत्यक्ष तौर पर कोई गोलाबारी नहीं देखी है।