आतंक के मुद्दे पर पाक को UN में घेरेंगी सुषमा स्वराज
Published: Sep 26, 2016 01:36:00 pm
भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज सोमवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) को संबोधित करेंगी
नई दिल्ली। भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज सोमवार को संयुक्त राष्ट्र को संबोधित करेंगी। माना जा रहा है कि वह अपने संबोधन में उरी हमले तथा आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान पर पलटवार कर सकती हैं। उनका संबोधन शाम को लगभग 7:30 बजे आरंभ होगा।
आज सुषमा स्वराज के संबोधन पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी हुई है। हाल ही में उरी स्थित सेना मुख्यालय में हुए आतंकी हमले में भारतीय सेना के 18 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद से भारत लगातार आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को विश्व समुदाय से अलग-थलग करने के प्रयासों में जुटा हुआ है। बताया जाता है कि सुषमा का संबोधन इन्हीं मुद्दों पर फोकस रहेगा।
विकास स्वरूप ने बताया कि सुषमा स्वराज 71वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा के लिए भारत का ‘विजन दस्तावेज’ पेश करने वाली हैं। उन्होंने कहा कि, ‘हम सभी उसका (संबोधन का) इंतजार कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘पूरा विश्व और पूरा देश यह सुनने का इंतजार कर रहा है कि विदेश मंत्री क्या कहने वाली हैं? लेकिन मुझे लगता है कि मोटे तौर पर जिन मुद्दों को अकबरुद्दीन ने रेखांकित किया है, वह निश्चित तौर पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय के इस सबसे अहम मंच पर हमारे प्रतिनिधित्व का हिस्सा बनने वाले हैं।’
नवाज शरीफ को देंगी करारा जवाब
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने संयुक्त राष्ट्र संघ में अपने संबोधन में कश्मीर को लेकर टिप्पणी की थी तथा भारत पर कश्मीर में मानवाधिकार हनन का आरोप लगाया था। सोमवार को सुषमा स्वराज इस मुद्दे पर नवाज शरीफ को जवाब देंगी।
बलूचिस्तान मुद्दे को भी उठाएंगी संयुक्त राष्ट्र में
सुषमा स्वराज संयुक्त राष्ट्र में अपने संबोधन में बलूचिस्तान तथा वहां पर पाक सेना द्वारा किए जा रहे मानवाधिकार हनन के मुद्दे को उठा कर पाकिस्तान के खिलाफ नए फ्रंट खोल सकती है। गौरतलब है कि पीएम मोदी ने भी 15 अगस्त को लाल किले से देश को संबोधित करते हुए बलूचिस्तान मुद्दे का जिक्र किया था।
आतंकवाद के मुद्दे पर खुलेगी पाक की पोल
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अपने संबोधन में पीएम मोदी के एजेंडे को आगे बढ़ा सकती है। उनकी कोशिश उरी हमले के बाद वैश्विक बिरादरी को पाकिस्तान की करतूतों की ब्रीफिंग देकर कूटनीतिक तौर पर उसे ‘अकेला’ करने की कोशिश होगी। इससे पहले पीएम मोदी ने कोझिकोड में बोलते हुए पाकिस्तान की निंदा की थी।
सुरक्षा परिषद में भारत की स्थाई दावेदारी की करेंगी वकालत
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार विदेश मंत्री अपने संबोधन में संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद की स्थाई सदस्यता के लिए भारत की दावेदारी का मुद्दा उठा सकती है।
पाक से आतंकियों को मिलने वाली सपोर्ट को करेंगी एक्सपोज
संयुक्त राष्ट्र में अपने संबोधन में नवाज शरीफ ने बुरहान वानी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। सुषमा स्वराज इस मुद्दे को लेकर पाकिस्तान द्वारा भारत के खिलाफ आतंकियों को दी जा रही मदद को खुलकर एक्सपोज करेंगी। इस दौरान वह सीधे तौर पर पाकिस्तान को आतंकी घटनाओं के लिए दोषी करार दे सकती है। साथ ही पाकिस्तान द्वारा हाफिज सईद तथा अन्य आतंकियों को दी जा रही शरण तथा सपोर्ट के मुद्दे को भी उठाएंगी।
आतंकवाद के खिलाफ व्यापक समझौते पर देंगी बल
UN में सुषमा स्वराज अपने संबोधन में अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के खिलाफ व्यापक समझौते (CCIT) पर एक बार आम सहमति बनवाने की कोशिश करती नजर आएंगी। आपको बता दें कि भारत ने 1996 में ही सीसीआईटी पर पहल शुरू की थी।
शरीफ के भाषण पर भारत ने जवाब के अधिकार का इस्तेमाल करते हुए पाकिस्तान को ‘आतंकवाद की शरणस्थली’ तथा ऐसा ‘आतंकी देश’ करार दिया, जो आतंकवाद का इस्तेमाल सरकारी नीति के तौर पर करते हुए ‘युद्ध अपराधों’ को अंजाम देता है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत सैयद अकबरुद्दीन ने कहा कि आतंकवाद भारत के साथ-साथ विश्वभर के देशों के लिए ‘प्राथमिक चिंता’ का विषय है।