चिंताएं दूर करने के लिए हग क्लासेस का बन रहे हिस्सा। रेस्तरां से लेकर यूनिवर्सिटी में हग और योग के स्पेशल सेशन।
न्यूयॉर्क. अमरीका को डोनाल्ड ट्रंप के रूप में अपना 45वां राष्ट्रपति मिल गया है। डोनाल्ट ट्रंप अच्छे साबित होंगे या नहीं, इन चर्चाओं व चिंताओं के साथ अमरीकी लोग दिलचस्प तरीके से चुनाव के बाद की थकान दूर कर रहे हैं। कोई योग क्लास में जा रहा तो कोई विविंग थेरेपी (सिलाई) का सहारा ले रहा है। यही नहीं, हर कोई बेहतर भविष्य की उम्मीद में एक दूसरे को हग भी कर रहा है।
29 साल के जेनेट फिग भी इन्हीं लोगों में से एक है। वह न्यूयॉर्क की एलिजाबेथ स्ट्रीट की एक गार्मेंट शॉप में दी जा विविंग थेरेपी में हिस्सा ले रहे हैं। यहां नौकरीपेशा से लेकर कॉलेज के छात्र व कारोबारी लोग आ रहे हैं। इस थेरेपी में हर कोई सिलाई बुनाई का काम 30 से 45 मिनट के लिए करता है। साथ में सभी चुनावी चर्चा करते हैं। इस वर्कशॉप के आयोजक सिंथिया एल्बर्ट का कहना है कि बरसों से सिलाई और बुनाई को एक अच्छी थेरेपी के तौर पर माना गया है। इसमें मानसिक और शारीरिक ताकत का इस्तेमाल नहीं होता। कोई भी हल्के मूड में आपसी बातचीत से चिंताएं दूर कर सकता है।
ट्रंप के उग्र रुख से डरे
ट्रंप के मुस्लिम और विस्थापित विरोधी बयान से कई वर्गों में डर है। महिलाओं के प्रति कथित गलत रवैया अमरीकी समुदाय के एक बड़े हिस्से को डर रहा है। डरी महिलाएं जहां योग स्टूडियों में योग कर अपनी चिंताएं और डर दूर कर रही हैं तो मेडिटेशन सेंटर में भी मुस्लिम समुदाय के लोग व छात्र एकत्रित होकर बातचीत कर रहे हैं। सभी आपस में एक दूसरे का हौसला बढ़ा चिंताएं व थकान दूर कर रहे हैं। दिलचस्प यह है कि कई रेस्तरां व कैफे के मालिकों ने हग सेशन भी आयोजित करने शुरू किए हैं।
यूनिवर्सिटी और स्कूलों में योग क्लास बढ़ी
न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी समेत अमरीका की 25 से ज्यादा यूनिवर्सिटीज में इस तरह की योग और मेडिटेशन की क्लासेस शुरू हो गई हैं। स्कूल भी अपने स्तर पर ऐसी योग क्लास आयोजित कर रहे हैं। बड़ी संख्या में छात्र व उनके अभिभावक इसमें हिस्सा लेकर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं। यही नहीं, न्यूयॉर्क की कई गलियों और चौराहों पर लोग सिग्नेचर कर अपने विचार व्यक्त कर रहे हैं। कोई लिख रहा है हेट यू ट्रंप तो कोई लव यू ट्रंप लिखा रहा है। अच्छी बात यह है कि विरोधी और पक्षकार एक दूसरे को अपने तर्कों से समझाकर चिंताएं दूर कर रहे हैं।