डिर्पाटमेंट एडवांस रिसर्च प्रोजेक्ट एजेंसी का दावाः मानसिक दबाव के इलाज में सहायक होगा चिप, शरीर की चाेटों को बहुत जल्द ठीक कर देगा
वॉशिंगटन। डिर्पाटमेंट एडवांस रिसर्च प्रोजेक्ट एजेंसी (डारपा) ने अमरीकी सैनिकों के दिमाग में एक चिप लगाया है। इस चिप को सैनिकों के मिडिल र्इस्ट से लौटने के बाद लगाया गया। इस बात का खुलासा डारपा के इतिहास पर लिखी गर्इ एक किताब से हुआ है, जिसे न्यूयार्क टाइम्स की पत्रकार एनी जैकब्सन ने लिखा है। अगस्त 2014 में प्रेसिडेंट आेबामा ने 19 तरह की योजनाआें पर अपनी सहमती दी थी। सैनिकों के मानसिक स्वास्थ्य के लिएब्रेन की टिश्यू में चिप का प्लांटेशन भी इनमें से एक था।
पेंटागन के अनुसार डारपा को आशा है कि वो इस चिप के माध्यम से एेसा आदर्श प्रस्तुत करेंगे कि पांच सालों में यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन इस चिप को अप्रूव कर देगा। एक अंग्रेजी अखबार पत्रकार एनी जैकब्सन ने बताया कि डारपा ने मिडिल र्इस्ट से वापस अाए घायल सैनिकों के ब्रेन में पहले ही इस चिप को लगा दिया गया। अपनी पुस्तक द पेंटागन ब्रेंनः एन अनसेंसर्ड हिस्ट्री आॅफ डारपा में एनी लिखती हैं कि डारपा के वैझानिकों ने न्यूरो प्रोथेस्टिक टेस्टिंग के पहले ही घायल सैनिकों के दिमाग में चिप को डाल दिया है। उन्होंने लिखा है कि डिफेंस विभाग ने उन्हें किसी भी सैनिक का इंटरव्यू लेने से मना कर दिया, जिनके ब्रेन में चिप को लगा दिया गया था।
हालांकि एनी सबसे अधिक चिंतित इस बात से हैं कि डारपा के इस अनुसंधान द्वारा चिप्स से प्राप्त किए गए कृत्रिम बुद्धिमान ड्रोन हत्यारों को बनाने की दिशा में या बड़े पैमाने पर निगरानी के लिए एक उपकरण के रूप में रखा जा सकता है। उन्होंने बताया कि डारपा के कुछ वैज्ञानिकों को चिप के निगरानी और ड्रोन के लिए इस्तेमाल होने का डर है।
शरीर की चोटों को जल्द ठीक करेगा ये चिपः डारपा
डारपा का कहना है कि अफगानिस्तान आैर इराक से लौटने के बाद सैनिकों के दिमाग की अंदरूनी चोटों आैर उनके मानसिक दबाव के इलाज में ये चिप सहायक होगा। ये चिप एक तरह से पोस्ट-ट्रेमेटिक स्ट्रेस डिसाडर के लक्षणों को कम करेगा आैर दिमाग के साथ-साथ शरीर की चाेटों को बहुत जल्द ठीक कर देगा।