शिकांगो/नई दिल्ली। अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने बुधवार को अपनी फेयरवेल स्पीच (विधाई भाषण) में कहा कि लोकतंत्र में एकजुटता की बुनियादी भावना की आवश्यकता होती है। इसी से लोकतंत्र मजबूत होता है। उन्होंने कहा, मैंने यह सीखा है कि जब आम लोग एक साथ आते हैं, चीज़ों के साथ जुड़ते हैं, तभी बदलाव तभी आता है।
बराक ओबामा ने विदाई भाषण की शुरुआत करते हुए लोगों का शुक्रिया अदा किया और कहा कि वो रोज लोगों से सीखते हैं। बता दें कि बराक ओबामा आठ सालों तक अमरीकी राष्ट्रपति रहे हैं और 20 जनवरी को उनका कार्यकाल समाप्त हो रहा है। इसी दिन नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शपथ लेंगे।
आईएसआईएस को करना होगा खत्म
ओबामा ने कहा कि हमारी एजेंसियां पहले से मजबूत हुई हैं। पिछले आठ साल में अमरीका में एक भी आतंकी हमला नहीं हुआ। बोस्टन और ऑरलैंडो जरूर कट्टरता की खतरनाक यादें दिलाती हैं। उन्होंने कहा कि आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट को खत्म करना होगा। ओबामा ने कहा कि वो मुस्लिम अमरीकियों के खिलाफ भेदभाव को अस्वीकार करते हैं। मुसलमान भी उतने देशभक्त हैं, जितने अमरीकी हैं।
मिशेल को याद कर भावुक हुए ओबामा
ओबामा ने कहा कि मिशेल, पिछले पच्चीस सालों से आप न केवल मेरी पत्नी और मेरे बच्चों की मां है, बल्कि मेरी सबसे अच्छी दोस्त हैं। ओबामा ने बेटियों मालिया और साशा को अद्भुत बताया। भाषण के दौरान बराक ओबामा भावुक हो गए। यह देख उनकी बेटी और पत्नी मिशेल की आंखों में आंसू आ गए।
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