न्यूयार्क। एक अमरीकी टीनेजर ने आतंकवादी संगठन से जुडऩे की जगह पिज्जा बनाने के काम को चुना। 17 साल के इमरान रब्बानी पर आतंकवाद विरोधी जासूस के रूप में शांति भंग करने का आरोप लगा था। इस आरोप के लिए इमरान को 20 महीने जेल की सजा सुनाई गई थी। अपनी पेशी के दौरान इमरान को जज के सामने प्रस्तुत होना था। यहां इमरान ने जज को बताया कि वो पिछले कुछ दिनों से इस्लामिक स्टेट के कट्टरपंथी सलेह नाम के एक व्यक्ति के साथ रह रहा था। इमरान रब्बानी ने बताया कि वो अपनी पहचान के संकट को लेकर जूझ रहा था।
मैं आतंकवादी नहीं बल्कि शेफ बनना चाहता हूं: इमरान रब्बानी
इमरान ने जज से ये भी कहा कि हालांकि मैं पिछली बातों को बदल नहीं सकता हूं मगर अब मैं आगे खुद को वो सब करने से रोक जरूर सकता हूं। मैंनें अपनी गलतियों से बहुत कुछ सीखा है और अब मैं अपने किए सभी गलत कामों की जिम्मेदारी भी लेता हूं। इमरान ने एक आतंकवादी बनने की जगह खुद का भविष्य किचन में चुना।
रब्बानी ने जज को बताया कि अलग-अलग तरह का खाना बनाने में उसकी रूचि है। खासतौर से उसे पिज्जा बनाना बेहद पसंद है। साथ ही इमरान अपनी संस्कृति से पारंपरिक डिशेज को सीखने का इरादा रखता है। कभी आतंकवादी बनने का इरादा रखने वाला इमरान रब्बानी अपनी सजा काटने के बाद पढ़ाई करना, कॉलेज जाना और भविष्य में खुद का एक रेस्त्रां खोलना चाहता है। इमरान के इस बयान को सुनकर जज और कोर्ट में मौजूद दूसरे लोगों को भी हैरानी हो गई।