पेंटागन का यह फैसला अमरीकी रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस द्वारा सीनेट को यह बताए जाने के बाद आया है कि पाक ने हक्कानी नेटवर्क के खिलाफ संतोषजनक कार्रवाई नहीं की है।
वॉशिंगटन: आतंकवाद पर दोमुंहा चरित्र अपनाने वाले पाकिस्तान को अमरीका ने करारा झटका दिया है। अमरीका ने आतंक के खिलाफ लड़ाई के नाम पर मिलने वाला तकरीबन 2275 करोड़ की सैन्य मदद रोक दी है। पेंटागन ने वित्त वर्ष 2016 के लिए सैन्य प्रतिपूर्ति देने से इनकार कर दिया है।
नहीं जारी होगा बकाया फंड
पेंटागन का यह फैसला अमरीकी रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस द्वारा सीनेट को यह बताए जाने के बाद आया है कि पाक ने हक्कानी नेटवर्क के खिलाफ संतोषजनक कार्रवाई नहीं की है। पेंटागन के प्रवक्ता ने एडम स्टम ने कहा, ‘नेशनल डिफेंस अथॉराइजेशन एक्ट (एनडीएए) के तहत वित्त वर्ष 2016 के लिए पाक सरकार को फंड नहीं जारी किया जा सकता है।’
मदद के लिए पारित हुई थी तीन शर्तें
गौरतलब है कि अमरीकी संसद की प्रतिनिधि सभा ने पाकिस्तान को रक्षा क्षेत्र में मदद के लिए दी जाने वाली अमरीकी फंडिंग की शर्तों को और सख्त बनाने के लिए पिछले दिनों 3 विधायी संशोधनों पर वोट किया है। इसमें शर्त रखी गई है कि वित्तीय मदद दिए जाने से पहले पाक को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में संतोषजनक प्रगति दिखानी होगी।
मदद के लिए करनी होगी आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई
हक्कानी नेटवर्क के खिलाफ अफगानिस्तान की मदद करनी होगी और साथ ही अमरीकी रक्षा मंत्री को यह सबूत देना होगा कि पाक आतंक के मामले में उचित कार्रवाई कर रहा है।
क्या है हक्कानी नेटवर्क
हक्कानी नेटवर्क, अफगानिस्तान में आतंकवादी वारदातें करने वाला आतंकी संगठन है। इस संगठन के आतंकवादी अफगानिस्तान सरकार से जुड़े लोगों और अमरीका के नेतृत्व वाले नाटो सैनिकों पर आतंकी हमले करते रहते हैं। पाकिस्तान पर आरोप लगता रहा है कि उसकी खूफिया एजेंसी आईएसआई से हक्कानी नेटवर्क को मदद मिलती है।