अमरीका ने यह भी कहा है कि लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे बेहद खतरनाक आतंकी संगठन पाकिस्तान की जमीन से अपनी आतंकी गतिविधियों का संचालन कर रहे हैं।
नई दिल्ली। आतंक पोषित नीति को लेकर पाकिस्तान एक बार फिर से विश्व बिरादरी के निशाने पर है। अमरीका ने उसे आतंकियों को सुरक्षित पनाह देने वाले देशों की सूची में डाल दिया। इसके साथ ही अमरीका ने यह भी कहा है कि लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे बेहद खतरनाक आतंकी संगठन पाकिस्तान की जमीन से अपनी आतंकी गतिविधियों का संचालन कर रहे हैं।
आतंक पर ढिलाई बरत रहा पाक
अमरीकी विदेश विभाग की ओर से कांग्रेस को सौंपी गई सालाना कंट्री रिपोर्ट ऑन टेररिज्म रिपोर्ट में आतंक विरोधी लड़ाई को लेकर भी पाकिस्तान को घेरा गया। रिपोर्ट में बताया गया कि पाक सेना और सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान के अंदर हमले करने वाले तहरीक-ए-पाकिस्तान जैसे संगठन पर कार्रवाई तो की, लेकिन अफगान तालिबान और हक्कानी जैसे आतंकी समूहों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। जबकि पाकिस्तान ने लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों पर कार्रवाई को लेकर भी ढिलाई बरती है।
भारत सरकार कर रहा निगारानी
रिपोर्ट के माध्यम से कांग्रेस को बताया गया कि भारत सरकार ने आईएसआईएस और अल कायदा इन द इंडियन सबकांटीनेंट (एक्यूआईएस) जैसे आतंकी संगठनों से पैदा होने वाले खतरों पर करीबी निगरानी जारी रखी है। भारत के अंदर हमले की साजिश रचने और आईएसआईएस से जुड़ी भर्तियों को लेकर कई गिरफ्तारियां भी हुई हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पाकिस्तान ने दूसरे देशों को निशाना बनाने वाले लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों के खिलाफ 2016 में ठोस कार्रवाई नहीं की। जिसका नतीजा यह है कि इन संगठनों ने पाकिस्तान में संचालित होना, प्रशिक्षण देना, संगठित होना और धन जुटाना जारी रखा है।