नेशनल जियोग्राफ़ी की मशहूर अफगान गर्ल को जालसाजी के आरोप में पेशावर पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
पेशावर। नेशनल जियोग्राफ़ी की मशहूर अफगान गर्ल को जालसाजी के आरोप में पेशावर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। संघीय जांच एजेंसी ने गिरफ्तारी के बाद कहा है कि शरबत गुल के पास से पाकिस्तानी नागरिकता के फर्जी पहचान पत्र मिले हैं।
नेशनल डेटाबेस रजिस्ट्रेशन अथॉरिटी के अधिकारी शाहिद इलियास ने बताया कि शरबत गुल को फर्जी पहचान पत्र जारी करने में अथॉरिटी के तीन अधिकारियों ने मदद की है और उनकी तलाश की जा रही है। शरबत गुल पर अगर जुर्म साबित होता है तो उन्हें 14 साल की सजा और 3 से 5 हजार डॉलर का जुर्माना भी लगाया जा सकता है।
शरबत दुनियाभर में अफगान गर्ल के नाम से तब मशहूर हुईं जब अमरीकी फोटोग्राफर स्टीव मैकरी ने 1984 की दिसंबर में उन्हें अपने कैमरे में कैद किया। शरबत तब पेशावर के एक किनारे पर स्थित नासिर बाग शरणार्थी शिविर में रह रही थीं।
नेशनल जियोग्राफी ने 1985 में उन्हें अपनी मैग्जीन के कवर पर जगह दी और उनके ऐतिहासिक पोर्टे्रट को विंची की मशहूर पेंटिंग मोना लिसा से जोड़ा गया। मैकरी की इस तस्वीर के बाद शरबत लगभग गायब हो गई मगर 17 साल बाद 2002 में नेशनल जियोग्राफी ने उन्हें खोज निकाला।