मृतकों में से ज्यादातर आम नागरिक थे। एक
चश्मदीद ने बताया कि गठबंधन बलों के बमवर्षक विमान विद्रोहियों को निशाना बनाने में
नाकामयाब रहें और उनकी जगह आम लोग मारे गए। इसके कुछ ही घंटों बाद लड़ाकू विमानों
ने राजधानी सना के सबाईन क्षेत्र में भी हवाई हमले किए जिनमें 40 से अधिक लोग मारे
गए और लगभग 100 अन्य घायल हो गए।
हमलों में बाल-बाल बचे यमन के एक सैनिक ने बताया
कि विमानों ने एक गोदाम को निशाना बनाया जहां से सैनिक और हाउती विद्रोही अपने
हथियार लेते हैं। उसने कहा कि मृतकों की संख्या के बारे में अभी पुख्ता जानकारी
नहीं दी जा सकती। गौरतबल है कि हुदैदा शहर तथा उसके सैनिक अड्डे हाउती विद्रोहियों
के कब्जे में हैं।
हाउती विद्रोही अब यमन के विद्रोहियों की सबसे बड़ी ताकत बन चुकी
है। सऊदी अरब के नेतृत्व वाले सुन्नी देशों के लड़ाकू विमान 26 मार्च से ही हाउती
को लक्ष्य कर हमले कर रहे हैं।