पाकिस्तान के सेना प्रमुख राहील शरीफ ने सैन्य अदालत द्वारा दोषी ठहराए गए सात कट्टर आतंकवादियों के डेथ वारंट पर हस्ताक्षर कर दिए
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के सेना प्रमुख राहील शरीफ ने सैन्य अदालत द्वारा दोषी ठहराए गए सात कट्टर आतंकवादियों के डेथ वारंट पर हस्ताक्षर कर दिए। डॉन ने अपनी एक रिपोर्ट में इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेश्नस (आईएसपीआर) के एक बयान के हवाले से कहा है कि ये लोग नागरिकों, पुलिस अधिकारियों और सशस्त्र बलों के जवानों की हत्या सहित आतंकवादी घटनाओं में शामिल होने के दोषी हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि ये कट्टर आतंकवादी समुदाय आधारित हत्याओं में भी शामिल हैं। इनके पास से अग्नेयास्त्र और विस्फोटक भी बरामद किए गए हैं। आरोपियों ने ट्रायल कोर्ट में अपना जुर्म कबूल किया था। गौरतलब है कि दिसंबर 2014 में पेशावर के आर्मी पब्लिक स्कूल में आतंकवादी हमले के बाद आतंकवाद से जुड़ी घटनाओं के शीघ्र निबटारे के लिए देश में सैन्य अदालतों के गठान की मांगे तेज हुईं थीं जिसका सभी राजनीतिक पार्टियों ने भी समर्थन किया था।
पाकिस्तान दुनिया का 5वां सबसे खतरनाक देश
उधर, आतंकवाद को बढ़ावा और प्रश्रय देने वाला पाकिस्तान दुनिया का 5वां सबसे खतरनाक देश है। अमरीकी इंटेलीजेंस थिंकटैंक इटेलसेंटर द्वारा जारी ‘कंट्री थ्रेट इंडेक्स’ यानी सीटीआई से इसका खुलासा हुआ है। पिछले 10 माह में पाकिस्तान 10वें से 5वें नंबर पर आ गया है। नवंबर 2015 में पाक इस सूची में 10वें स्थान पर था। यह रिपोर्ट 18 सितंबर तक की है।
यह रिपोर्ट पिछले 30 दिनों के दौरान विभिन्न देशों में आतंकी और विद्रोही गतिविधियों के आधार पर तैयार की गई है। इंटेलसेंटर किसी भी देश में आतंकी, विद्रोही गतिविधियों और उनसे हुई मौतों या घायलों की संख्या के आधार पर सीटीआई तय करता है। इसमें मैसेजिंग ट्रैफिक, वीडियो, फोटो और घटनाओं के आधार पर भी इंडेक्स बनाया जाता है। गौरतलब है कि 18 सितंबर को ही पाकिस्तानी आतंकवादियों ने कश्मीर के उरी में हमला कर 18 जवानों की जान ले ली थी।