बीजिंग। चीन ने एक बार फिर अपनी ताकत दिखाते हुए विवादित दक्षिणी चीन सागर, पूर्वी हिंद महासागर और पश्चिमी प्रशांत में सैन्य अभ्यास शुरु किया है। इस अभ्यास में अत्याधुनिक युद्धपोत, हेलीकॉप्टर और विशेष युद्ध सैनिक साथ हैं।
चीन की सरकारी समाचार एजेंसी ने बताया कि इस वार्षिक सैन्य अभ्यास में हिस्सा लेने के लिए बुधवार को हैनान प्रांत के नौसेना बंदरगाह सान्या से चीन के नानहाई बेड़े के तीन नौसेना जलपोत रवाना हो गए। तीन पोतों में मिसाइल विध्वंसक हेफेई, मिसाइल फ्रिगेट सान्या और आपूर्ति पोत होंगघु शामिल हैं। बाद में मिसाइल विध्वंसक लांझोउ और ग्वांगझोउ और मिसाइल फ्रिगेट युलिन भी युद्ध अभ्यास में जुड़ेंगे जो अभी दूसरे कार्यों पर तैनात हैं।
इसके अलावा इस सैन्य अभ्यास में तीन हेलीकॉप्टर और दर्जनों विशेष युद्धक सैनिक शामिल हो रहे हैं। दक्षिण चीन सागरए पूर्वी हिंद महासागर और पश्चिम प्रशांत में सैन्य अभ्यास के लिए बेड़े को तीन समूहों में बांटा जाएगा। चीनी नौसेना का कहना है कि सैन्य अभ्यास का उद्देश्य जलपोतोंए विमानों और अन्य बलों के बीच बेहतर तालमेल व तत्परता बढ़ाना है। चीन लगभग पूरे दक्षिण चीन सागर पर अपना दावा करता है, जिस पर वियतनाम, फिलीपींस, मलेशिया एवं ब्रुनेई जैसे अन्य कई एशियाई देश भी दावा करते हैं।