चीन के सरकारी मीडिया की कवरेज में उरी आतंकवादी हमले से उपजे तनाव और कश्मीर का जिक्र नहीं किया गया
नई दिल्ली। उरी में सेना के मुख्यालय पर आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान अलग-थलग पड़ता दिख रहा है। पाकिस्तान के करीबी कहे जाने वाले चीन ने भी अब उससे दूरी बनानी शुरु कर दी है। दरअसल, चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग और उनके पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ के बीच यहां हुई बैठक की चीन के सरकारी मीडिया ने जो कवरेज की, उसमें उरी आतंकवादी हमले से उपजे तनाव और कश्मीर का जिक्र नहीं किया गया।
सरकारी शिन्हुआ संवाद समिति ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र की बैठक के इतर ली के हवाले से खबर दी कि चीन और पाकिस्तान सामरिक सहयोगी हैं और हमेशा एक-दूसरे का समर्थन किया है और उनकी दोस्ती अटूट है। ली ने कहा कि चीन, पाकिस्तान के साथ व्यावहारिक सहयोग मजबूत करने को तैयार है और द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति के लिए इस्लामाबाद के साथ संयुक्त प्रयास करने को इच्छुक है।
बता दें कि पाकिस्तान की मीडिया रिपोर्ट में कहा गया था कि चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को कहा है कि कश्मीर मुद्दे पर चीन पाकिस्तान के साथ है। उधर, चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ल्यू कांग ने कहा कि चीन के प्रधानमंत्री ने 21 सितंबर को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मुलाकात की थी। दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय रिश्तों के साथ साथ साझा हित के अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों को लेकर बातचीत हुई। कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान को समर्थन देने के ली के समथर्न देने संबंधी रिपोर्टों के संबंध में चीन प्रवक्ता जवाब दे रहे थे।