अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की चेतावनी के बावजूद चीन ने विवादित चीन सागर में कई नए पोत भेजे
बीजिंग। अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की चेतावनी के बावजूद चीन ने विवादित चीन सागर में कई नए पोत भेज दिए हैं। ये पोत फिलीपीन्स के समुद्र तट के नजदीक डेरा डाले हुए हैं। फिलीपीन्स के रक्षा विभाग के पास इन पोतों की तस्वीरें हैं। फिलीपींस के डिफेंस मिनिस्टर डेल्फिन लॉरेंजा ने बताया कि हमारे पास साउथ चाइना सी में 4 चीनी कोस्टगार्ड शिप्स और 6 अन्य बोट्स की फोटोज हैं। चीन के ये शिप्स स्कारबरो शोल के पास मौजूद हैं।
फिलीपीन्स के रक्षा मंत्री डेल्फिन लॉरेंजाना ने एक इंटरव्यू में कहा कि इन पोतों ने स्कारबॉरो शोल से एक मील से भी कम दूरी पर डेरा डाल रखा है। स्कारबॉरो शोल विवादित है और चीन और फिलीपीन्स दोनों इस पर अपना दावा ठोंकते रहे हैं। लॉरेंजाना ने कहा कि शोल के नजदीक पिछले हफ्ते जिन चीनी पोतों को देखा गया था, उनमें से कुछ शायद निर्माण कार्य को अंजाम दे रहे थे। उन्होंने कहा कि एक पोत तो शोल के बिल्कुल ही करीब था, जिससे इस बात को और बल मिलता है।
गौरतलब है कि जी20 शिखर सम्मेलन के पहले ही दिन से मेजबान चीन और अमरीका में तनातनी देखने को मिल रही है। अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने चीन को साउथ चाइना सी को लेकर चेतावनी दी है। ओबामा ने कहा कि चीन ने साउथ चाइना सी को लेकर आक्रमकता दिखाई तो उसे गंभीर नतीजे भुगतने होंगे। इसके बावजूद चीन ने विवादित चीन सागर में नए पोत भेज दिए। ओबामा ने कहा कि हमने यह साफ कर दिया है कि अमरीका उसी स्थिति में चीन का साझेदार रहेगा, जब वह अंतरराष्ट्रीय नियमों के अंदर रहकर काम करे।
बता दें कि साउथ चाइना सी में स्कारबरो शोल को सबसे ज्यादा विवादित जगह माना जाता है। चीन ने यहां आर्टिफिशियल आइलैंड बना लिया है। शोल फिलीपींस के मिलिट्री बेस के पास है जहां से अमरीकी आर्मी आसानी से एक्सेस कर सकती है। बीते कुछ सालों में चीन ने साउथ चाइना सी में कई आर्टिफिशियल आइलैंड्स बना लिए हैं। स्प्रैटलिस आइलैंड पर उसने मिलिट्री कैपेबिलिटीज भी तैयार कर ली है।
क्यों है इस क्षेत्र को लेकर विवाद
चीन दक्षिण चीन सागर में 12 समुद्री मील इलाके पर हक जताता है। इस इलाके को 12 नॉटिकल मील टेरिटोरियल लिमिट कहते हैं। ये इलाका दक्षिण चीन सागर में बने आर्टिफिशियल आईसलैंड के आसपास का ही है। चीन के अलावा दक्षिण-पूर्व एशिया के कई देश (ताइवान, फिलीपींस, वियतनाम और मलेशिया) भी इस इलाके पर अपना दावा जताते हैं। पिछले महीने बराक ओबामा के साथ मीटिंग में शी जिनपिंग ने कहा था कि वे इस इलाके में मिलिट्री तैनात नहीं करना चाहते। हालांकि, अमरीका को लगता है कि चीन यहां मिलिट्री एक्टिविटीज बढ़ा रहा है। इसलिए वह इस इलाके में आवाजाही कर रहा है।
विवाद की वजह
साउथ चाइना सी में तेल और गैस के कई बड़े भंडार दबे हुए हैं। अमरीका के मुताबिक, इस इलाके में 213 अरब बैरल तेल और 900 ट्रिलियन क्यूबिक फीट नेचुरल गैस का भंडार है। इस समुद्री रास्ते से हर साल 7 ट्रिलियन डॉलर का बिजनेस होता है। चीन ने 2013 के आखिर में एक बड़ा प्रोजेक्ट चलाकर पानी में डूबे रीफ एरिया को आर्टिफिशियल आईसलैंड में बदल दिया था।