पाकिस्तान ने एफ-16 के लिए अमरीकी शर्त खारिज की
Published: May 07, 2016 11:30:00 pm
अमरीकी विदेश विभाग ने इसी हफ्ते कहा था कि पाकिस्तान यदि एफ-16 विमान
खरीदना चाहता है तो उसे इसके लिए अपने पास से पूरी रकम देनी होगी
इस्लामाबाद। पाकिस्तान को आतंक के खिलाफ लड़ाई के लिए आधुनिक एफ-16 विमानों की जरूरत है, लेकिन उसने विमान के लिए अमरीका की लगाई गई शर्तें ठुकरा दी हैं। विदेश सचिव एजाज चौधरी ने शनिवार को कहा कि एफ-16 बेचने के लिए कोई शर्त नहीं लगानी चाहिए, क्योंकि पाकिस्तान ने उन विमानों को केवल आतंकियों से लडऩे के लिए इस्तेमाल करने की योजना बनाई है।
अमरीकी विदेश विभाग ने इसी हफ्ते कहा था कि पाकिस्तान यदि एफ-16 विमान खरीदना चाहता है तो उसे इसके लिए अपने पास से पूरी रकम देनी होगी। इसके पहले पिछले माह अमेरिकी संसद ने हक्कानी नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई के
लिए पाकिस्तान पर दबाव बनाने को इस सौदे के लिए अनुदान राशि नहीं देने का निर्णय लिया था।
‘डॉन ऑनलाइन’ के अनुसार, चौधरी ने कहा कि इन विमानों को अनुदानित मूल्य पर उपलब्ध कराने को अमरीकी संसद को समझाने के लिए कूटनीतिक प्रयास जारी हैं। पाकिस्तान की अमरीका के साथ आठ एफ-16 विमान खरीदने को लेकर सहमति बनी थी। इस समझौते के तहत पाकिस्तान को अपनी राष्ट्रीय निधि से 27 करोड़ डॉलर भुगतान करने थे। माना जा रहा था कि इन विमानों की शेष राशि अमेरिका अपनी फॉरेन मिलिट्री फाइनांसिंग (एफएमएफ) निधि से देगा।
पाकिस्तान ने अमरीका को बता दिया है कि उसके पास अपने संसाधनों से एफ-16 विमानों को खरीदने के लिए पैसा नहीं है। साथ ही चेताया था कि यदि पैसे को लेकर मामला नहीं सुलझा तो वह अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए कोई अन्य
लड़ाकू विमान खरीदने पर विचार करेगा।
कांग्रेस की ओर से निधि उपलब्ध नहीं कराने के पीछे जो महत्वपूर्ण कारण हैं, उनमें पहला यह है कि पाकिस्तान ने हक्कानी नेटवर्क के खिलाफ पर्याप्त कार्रवाई नहीं की। दूसरा, ओसामा बिन लादेन का पता लगाने में मददगार चिकित्सक शकील
आफरीदी को जेल में डाला और तीसरा पाकिस्तानी परमाणु कार्यक्रम को लेकर अमेरिका को डर है।