फोटो में भारतीय सीमा में जिंदा पकड़ा गया आतंकी
रिपोर्टस के अनुसार पाकिस्तान के काउंटर टेरेरिज्म डिपार्टमेंट यानि की सीटीडी ने दावा किया है कि उन्होंने पाकिस्तान के सिंध से चार जासूसों को पकड़ा है। ये चारों पाकिस्तानी हैं। दावे के मुताबिक ये आरोपी समुद्री रास्त के जरिए भारत से विस्फोटक पदार्थ लाए थे। इन्हीं चार लोगों ने 2008 में ओरंगी टाउन ब्लास्ट किया था। इस धमाके में तीन लोग मारे गए थे।
सीटीडी के कराची में एसएसपी नवेद ख्वाजा का कहना है कि इन लोगों के नाम मोहम्मद मोहसिन, खालिद अमन, अब्दुल जब्बार और मोहम्मद शफीक है। इन चारों पर इंडिया इंटेलिजेंस एजेंसी (रॉ) के जरिए आतंकी हमले के लिए धन और हथियार लाने का भी आरोप लगाया गया है। आरोपी इनका इस्तेमाल मुहर्रम के दौरान करना चाहते थे।
फोटो में भारतीय सीमा में जिंदा पकड़ा गया आतंकी
कराची में हैं 200 स्लीपर सेल
नवेद ख्वाजा ने दावा किया है कि ये चारों कराची में आतंकी हमला करना चाहते थे। रॉ ने 1995 से 2002 के बीच जोधपुर, बसंतपुर, फरीदपुर और जोधपुर में इन्हें प्रशिक्षण दिया गया। ये आरोपी मलेशिया, दुबई, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका और भारत से ऑपरेट करते थे।
फोटो में भारतीय सीमा में जिंदा पकड़ा गया आतंकी
गवाह बनना चाहता है एक आरोपी
एसएसपी नवेद ख्वाजा ने यह भी दावा किया है कि गिरफ्तार किए गए चार आरोपियों में से एक गवाह बनने को तैयार है। हालांकि ख्वाजा ने उस जगह का नाम बताने से इंकार किया जहां से इन आरोपियों को पकड़ा गया है। ख्वाजा का कहना है कि स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान से उस बैंक खाते को सीज करने को कहा गया है जिसके जरिए रॉ इन आरोपियों को फंड्स भेजता था।