ढाका। बांग्लादेश में धर्म निरपेक्ष लोगों और हिन्दुओं पर हमले थमने का नाम नहीं ले रहे। शनिवार को दोपहर में बांग्लादेश के तंगाइल जिले में एक हिंदू दर्जी की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी गई। बताया जा रहा है कि निखिल जोआदर नाम का यह शख्स दुकान में कपड़े सिल रहा था। उसी दौरान दो लोग बाइक से आए और उसकी दुकान में घुस गए। कुछ ही देर में उन्होंने निखिल पर चाकू से वार किए और भाग निकले। निखिल की मौके पर ही मौत हो गई।
चार साल पहले इस्लाम के खिलाफ की गई टिप्पणी बनी मौत की वजह
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, निखिल के खिलाफ 2012 में इस्लाम के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करने के लिए एक मामला दर्ज किया गया था। उक्त टिप्पणी के लिए उसे गिरफ्तार भी किया गया था और फिर उसे रिहा कर दिया गया। सूत्रों के अनुसार, हत्या का यह कारण हो सकता है। अमरीका स्थित मॉनिटरिंग सर्विस SITE ने बताया कि आईएसआईएस का कहना है कि दर्जी ने पैगंबर मुहम्मद का अपमान किया था और उसी के बदले स्वरूप उसकी हत्या की गई है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि तंगाइल जिले के गोपालपुर उपजिला स्थित दुबैल गांव के रहने वाले निखिल की हत्या करने के बाद तीन युवक घटनास्थल पर एक काले रंग की थैली छोड़कर भाग निकले, जिसमें बम रखा हुआ था। इसके बाद बम निरोधक दस्ते को मौके पर बुलाया गया। पुलिस अधिकारी आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रहे हैं।
हत्या के पीछे आईएस का हाथ!
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश में हाल के समय में अल्पसंख्यकों, धर्मनिरपेक्ष ब्लाॠगर, बुद्धिजीवियों और विदेशियों पर सिलसिलेवार तरीके से हमला हुआ है। इन सभी हमलों की जिम्मेदारी आंतकी संगठन आईएस ने ली है। ऐसे में माना जा रहा है कि इस हत्या के पीछे में आईएस का हाथ हो सकता है।
बता दें कि बिते कुछ महीनों में बांग्लादेश में सेक्युलर ब्लॉगर्स, अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों और बुद्धिजीवियों पर हिंसा की वारदातों में काफी इजाफा हुआ है। फरवरी में एक मंदिर की पुजारी की भी धारदार हथियारों से हत्या कर दी गई थी।