इमरान खान ने दावा किया कि भारत पाकिस्तान को तोड़ने और भ्रष्टाचार के खिलाफ उठाये गये कदमों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहा है।
इस्लामाबाद। भारत के सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तानी राजनीतिक दलों में बौखलाहट की स्थिति है। क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान ने मंगलवार को दावा किया कि भारत पाकिस्तान को तोड़ने और भ्रष्टाचार के खिलाफ उठाये गये कदमों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहा है।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के 64 वर्षीय अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को देश की सुरक्षा के लिए खतरा बताया। क्वेटा के लिए रवाना होने से पहले अपने आवास के बाहर इमरान ने संवाददाताओं से कहा, भारत में एक नये सिद्धांत का जन्म हुआ है, जिसका लक्ष्य पाकिस्तान को तोड़ना है क्योंकि वे हमें सेना के जरिये हराने में सफल नहीं हो सके।
दरअसल सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तानी संसद के संयुक्त सत्र में सत्ता और विपक्षी दलों के नेताओं ने भारत पर कई आरोप लगाए थे, लेकीन उड़ी आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान पूरी दुनिया में अलग-थलग पर गया है। उल्लेखनीय है कि भारत ने उड़ी हमले में पाकिस्तानी आतंकियो के हाथ होने की बात की थी, लेकिन पाकिस्तान ने इस बात से इनकार किया था। लेकिन, अब खुद पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने उड़ी हमले की जिम्मेदारी ली है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में एक पुलिस प्रशिक्षण केंद्र पर आईएसआईएस आतंकियों द्वारा किये गये हमले में बहुसंख्य पुलिसकर्मियों समेत 61 रक्षाकर्मियों की मौत हो गयी और सैकड़ों अन्य घायल हो गये। इमरान ने कहा कि भारत नहीं चाहता है कि पाकिस्तान में आंतरिक राजनीति सुधार आंदोलन सफल हो। उन्होंने कहा, हम लोग जब भी देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ सुधार आंदोलन की शुरआत की योजना बनाते हैं, उसी समय इस तरह के आतंकी हमले हो जाते हैं।
इमरान ने शरीफ को देश की सुरक्षा के लिए खतरा बताया क्योंकि उनके मुताबिक पनामा पेपर लीक के बाद प्रधानमंत्री खुद को जवाबदेही से बचाने में लगे हैं। उन्होंने साथ ही कहा, जब बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि भारत प्रांत में कानून और व्यवस्था की स्थिति को बिगाड़ने में लगा है तो हमारे प्रधानमंत्री इस मुददे को वैश्विक मंच पर क्यों नहीं उठा रहे हैं।