पाक आतंकवाद के अलावा हुर्रियत नेताओं से बातचीत पर अड़ा है, लेकिन भारत इससे इंकार कर रहा है
नई दिल्ली। भारत ने शुक्रवार को सीमारेखा खींचते हुए पाकिस्तान को साफ कह दिया है कि हुर्रियत नेताओं के साथ बात की शर्त पर उसके साथ बातचीत नहीं होगी। ऐसे में भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाली राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर की बातचीत रद्द हो सकती है।
वहीं पाकिस्तान सरकार के सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि, पाक ने कहा है कि बातचीत का कोई मतलब नहीं है। दोनों पक्षों को विचार के लिए वक्त चाहिए। इस बीच पाकिस्तान ने हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी को भी सोमवार सुबह मुलाकात का समय दे डाला।
टीवी रिपोर्ट्स के मुताबिक ऎसी खबरें आ रही हैं कि भारत-पाक के बीच होने वाली एनएसए स्तर की बातचीत होना मुश्किल है। भारत के कड़े रूख और पाकिस्तान के अडियल रवैये के चलते बातचीत होने पर सहमति नहीं बन पा रही है। पाक आतंकवाद के अलावा हुर्रियत नेताओं से बातचीत पर अड़ा है। लेकिन भारत इससे इंकार कर रहा है।
उफा समझौते के मुताबिक बात सिर्फ आतंकवाद के मुद्दे पर होनी थी, लेकिन पाक हुर्रियत नेताओं से बातचीत करने पर अड़ा हुआ है। इन मुद्दों पर दोनों देशों के बीच सहमत नहीं हो पा रही है, जिसके चलते बातचीत को रद्द होने की संभावनाएं नजर आ रही हैं। यह एनएसए स्तर की वार्ता 23-24 अगस्त को होनी है। पाक भारत पर बातचीत से भागने का आरोप लगा रहा है।
जानें, इससे पहले दोनों देशों के बीच की गहमागहमी
भारत ने एनएसए स्तर की वार्ता को लेकर शुक्रवार को गेंद पाकिस्तान के पाले में डाल दी। भारत का कहना है कि कश्मीर के अलगाववादियों का आतिथ्य उफा की भावना के विपरीत होगा,जिसमें दोनों देशों ने आतंकवाद पर वार्ता का फैसला किया था।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरुप ने कहा कि भारत चाहता है कि वार्ता हो। हमने तीन हफ्ते पहले ही पाकिस्तान को अपने एजेंडे के बारे में बता दिया था लेकिन अभी भी उसके जवाब का इंतजार है। स्वरुप ने कहा,हम चाहते हैं कि वार्ता हो, भारत वार्ता के लिए तैयार है। हम वार्ता के लिए प्रतिबद्ध है। अब यह उन पर(पाकिस्तान)निर्भर है। स्वरुप ने यह बात एनएसए स्तर की वार्ता के भविष्य को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कही।
स्वरुप ने कहा, हमने पाकिस्तान को स्पष्ट बता दिया है कि कश्मीर के अलगाववादियों की मेजबानी करना उफा में बनी सहमति की भावना के विपरीत होगा। हमने उनकी अलगाववादियों से कथित मुलाकात को लेकर अपनी पॉजिशन बता दी है। उनसे एजेंडे पर स्पष्टीकरण पर भी मांगा है। स्वरुप ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान को बता दिया है कि एनएसए स्तर की वार्ता का एजेंडा क्या होगा। अभी तक हमें आधिकारिक जवाब नहीं मिला है। गौरतलब है कि भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने पाक के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज से मुलाकात के लिए अलगाववादी नेताओं को न्योता भेजा है। भारत इसका विरोध कर रहा है जबकि पाकिस्तान अपनी जिद पर अड़ा हुआ है।