लंदन। भारतीय मूल के एक छात्र फैज सिद्धीकी ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी पर मुकदमा दर्ज किया है। फैज का कहना है कि यूनिवर्सिटी में ‘बोरिंग’ पढ़ाई होती है। इसी के चलते उसकी सेकेंड डिग्री आई है और वकील के तौर पर करियर भी प्रभावित हुआ है। इतना ही नहीं फैज ने अपने आय प्रभावित होने के लिए भी यूनिवर्सिटी को जिम्मेदार ठहराया है। फैज ने यूनिवर्सिटी के ब्रासनोस कॉलेज से आधुनिक इतिहास में पढ़ाई की थी।
इस महीने के आखिरी तक कोर्ट सुना सकता है फैसला
फैज के मुकदम पर लंदन हाई कोर्ट ने इसी हफ्ते सुनवाई की है। बताया जा रहा है कि कोर्ट छात्र की याचिका पर दिसंबर के आखिरी तक फैसला सुना सकती है। फैज ने यूनिवर्सिटी पर भारत संबंधी इतिहास पाठ्यक्रम को लापरवाही से पढ़ाने का आरोप लगाया है। फैज का कहना है कि यूनिवर्सिटी की लापरवाह पढ़ाई की वजह से उसने 2000 में कम अंक हासिल हुए।
यूनिवर्सिटी ने फैज के दावे को बताया निराधार
सिद्दीकी के वकील रोजर मलालियू ने जज को बताया है कि यह समस्या तब पैदा हुई जब एशियाई इतिहास पढ़ाने वाले सात शिक्षण कर्मचारियों में से चार शैक्षणिक वर्ष 1999-2000 के दौरान अध्ययन अवकाश पर चले गए। सिद्दीकी का कहना है कि अगर उसे अच्छे नंबर मिलते तो उसका करियर अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक वकील के तौर पर और बेहतर होता। वहीं यूनिवर्सिटी ने फैज के दावे को निराधार बताया है। यूनिवर्सिटी का कहना है कि यह मामला खारिज कर दिया जाना चाहिए, क्योंकि फैज की पढ़ाई खत्म हुए कई साल हो गए हैं।
Home / world / Asia / भारतीय छात्र ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी पर दर्ज किया केस, पढ़ाई को बताया ‘बोरिंग’