आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने मोसुल में इराकी सैन्य कार्रवाई को रोकने के लिए एक सल्फर संयंत्र में आग लगा दी।
इरबिल। आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने मोसुल में इराकी सैन्य कार्रवाई को रोकने के लिए एक सल्फर संयंत्र में आग लगा दी। इसकी चपेट में आने से दो नागरिकों की मौत हो गई है। जबकि 100 से भी ज्यादा नागरिक झुलस गए हैं। 29 साल के चिकित्सक अहमद यूनिस का कहना है कि इस्लामिक स्टेट ने मोसुल के दक्षिणी इलाके में स्थित एक सल्फर संयंत्र को आग के हवाले कर दिया।
सल्फर संयंत्र में लगी आग के चपेट में आए नागरिकों का इलाज किया जा रहा है। इससे निकले जहरीला धुएं से बचने के लिए सैनिकों का मॉस्क पहनना पड़ रहा है। बता दें कि अमरीकी गठबंधन वाली इराकी सेना यहीं से इस्लामिक स्टेट के आतंकियों को मोसुल से बाहर खदड़ने के लिए सैन्य कार्रवाई को अंजाम दे रही है। यहां बड़ी संख्या में अमरीकी सैनिक भी मौजूद हैं।
वहीं प्रधानमंत्री हैदर अल आब्दी ने मोसुल की लड़ाई में मदद की तुर्की की पेशकश ठुकरा दी है। इससे पहले मोसुल में इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने सामुहिक नरसंहार कर 284 नागरिकों को मौत के घाट उतार दिया था। इन लोगों को आतंकियों ने मानव ढाल के तौर पर इस्तेमाल करने के लिए अगवा किया था। इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने मारे गए सभी नागरिकों की लाशों को बोल्डर से जमीन के नीचे दबा दिया था। इराकी सेना के मेजर जनरल मान अल-सादी का कहना है कि इस सैन्य कार्रवाई में अब तक 200 से ज्यादा इस्लामिक स्टेट के आतंकियों को मारा गया है।