व्यक्तित्व विकास के लिए भाषा महत्वपूर्ण कारक : मोदी
उन्होंने कहा कि विदेश में भाषा
अजनबी लोगों के साथ बातचीत करने और जुड़ने में मददगार होती है
ताशकंद। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उज्बेकिस्तान की राजधानी ताशकंद में कहा कि व्यक्तित्व के विकास में भाषा महत्वपूर्ण स्थान रखती है। मोदी यहां भारतीय उपमहाद्वीप के बारे में जानकारी रखने वाले विद्वानों, हिन्दी भाषी छात्रों तथा भारतीय समुदाय के लोगों से मुखातिब थे।
उन्होंने कहा कि विदेश में भाषा अजनबी लोगों के साथ बातचीत करने और जुड़ने में मददगार होती है। वहीं, विदेश में जब किसी को अपनी मातृभाषा में बोलते हुए सुनते हैं तो एक अलग तरह की खुशी मिलती है।
मोदी ने कहा कि उनकी उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति इस्लाम करीमोव और प्रधानमंत्री शवकत मिरोमोनोविच मिरजियोव के साथ विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से बातचीत हुई। उन्होंने कहा, रात्रिभोज के दौरान भारतीय गाने बज रहे थे।
मोदी ने इससे पहले एक ट्वीट में लिखा था, भारतीय फिल्में, भाषा और संगीत उज्बेकिस्तान में काफी लोकप्रिय हैं। उज्बेकिस्तान रेडियो ने 2002 में हिंदी प्रसारण के 50 साल पूरे कि ए। मोदी ने कहा कि भाषा का डीएनए परीक्षण किया जाए तो यह बात सामने आएगी कि इसका दिल बहुत बड़ा है, जो बिना किसी पूर्वाग्रह के सब कुछ अपने में समा लेता है।
मोदी मध्य एशिया के देशों तथा रूस के उफा के आठ दिवसीय दौरे पर हैं। इस क्रम में उज्बेकिस्तान पहला पड़ाव है। वह रूस में ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण कोरिया) और एससीओ (शंघाई सहयोग संगठन) के शिखर सम्मेलनों में हिस्सा लेंगे।
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