अब तक 30 से ज्यादा ऑपरेशन हो चुके हैं। रोजाना 12 घंटे वेंटिलेटर पर रहती है। लेकिन इसका दर्द कभी कम नहीं हुआ।
विस्कोसिन (अमेरिका)। ये 14 साल की जेरिका बोलेन है। जब आठ महीने की थी, तभी से इसे स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी-2 नामक गंभीर बीमारी हो गई थी। तब से अब तक 30 से ज्यादा ऑपरेशन हो चुके हैं। रोजाना 12 घंटे वेंटिलेटर पर रहती है। लेकिन इसका दर्द कभी कम नहीं हुआ।
इच्छामृत्यु का फैसला लिया
हाल ही में एक बड़ी सर्जरी हुई तो दर्द हद से ज्यादा बढ़ गया। अब तो डॉक्टरों ने भी हार मान ली। आखिरकार जेरिका ने कहा- बहुत हुआ दोस्तो! अब मुझे जाने दो। इच्छामृत्यु का फैसला ले लिया। अगस्त में उन्हें मौत मिल जाएगी। जेरिका की मां जेन बोलेन कहती हैं, इतना दर्द होने के बावजूद वो हमेशा खुश रहती है। वह इस दर्द के साथ बड़ी हुई। अब वह इतनी बड़ी है कि अपने फैसले खुद ले सके। लेकिन इसके पहले उसने अपने दोस्तों के साथ डांस पार्टी की इच्छा जताई। परिवार ने ऐसा ही किया। इस डांस पार्टी में जेरिका क्वीन की तरह सजकर आई। उसने जमकर जश्न मनाया।
मांसपेशियां बेकार हो जाती हैं इस बीमारी में
यह मामला है अमेरिका के विस्कॉन्सिन की किशोरी जेरिका बॉलेन का। जेरिका जब केवल आठ माह की ही थीं तो उसे एक गंभीर जेनेटिक बीमारी से पीडि़त पाया गया। डॉक्टरों ने उसे स्पाइनल मस्कुलर एट्रॉफी टाइप 2 का रोगी बताया और तब से उसके 30 से ज्यादा ऑपरेशन हो चुके हैं और दिन में वो 12 घंटे वेंटिलेटर पर बिताती है। इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है। इस बीमारी में मांसपेशियां बेकार हो जाती हैं।
दोस्तों के साथ की पार्टी
अगस्त के अंत में मौत की योजना बनाने वाली जेरिका के सम्मान में उनकी मां और मित्रों ने शुक्रवार को एक पार्टी आयोजित की। जे का लास्ट डांस नामक इस आयोजन में उनके दोस्त, रिश्तेदार समेत तमाम लोग पहुंचे और खूब मस्ती की। जेरिका की ख्वाहिश के मुताबिक ही एप्पलटन के द ग्रैंड मेरिडन को पीले-काले रंग में सजाया गया था और वहां आने वाले हर मेहमान के लिए खाने-पीने का इंतजाम था।
इतना ही नहीं बीच में एक बड़ा सा डांस फ्लोर बना हुआ था जहां जेरिका और उसके दोस्तों ने जमकर यादगार डांस किया। इस रात को और ज्यादा यादगार बनाने के लिए जेरिका को प्रॉम क्वीन का ताज पहनाया गया। हालांकि खुशियां मनाते, नाचते-गाते यह सभी लोग अपनी हंसी के पीछे एक भारी गम को छिपाए हुए थे।
इसलिए चुनी मौत
इस जेनेटिक बीमारी से जूझने वाली जेरिका को असहनीय दर्द झेलना पड़ता है। हाल ही में जेरिका का एक ऑपरेशन हुआ था, जिसके बाद से उसका दर्द इतना बढ़ गया कि उसने मौत का रास्ता चुनने का फैसला लिया। उसकी मां जेन बॉलेन ने कहा कि हमने हमेशा उसके फैसले का सम्मान करने का वादा किया है।
एक बातचीत में जेरिका ने कहा कि मैं बहुत पहले से ही इसके लिए तैयार थी। उस सर्जरी के बाद मैंने कुछ देर खामोशी से बैठने के बाद सोचा, क्या मैं यह अपने लिए कर रही हूं या अपने परिवार के लिए? फिर मैंने महसूस किया कि यह मैं अपने परिवार के लिए कर रही हूं।
मैं दुनिया में सबसे स्ट्रांग हूं
जेरिका ने कहा कि मैंने बहुत आंसू बहा लिए। अब और दर्द बर्दाश्त नहीं होता। मैं महसूस कर रही हूं कि अच्छी जगह जा रही हूं। इस बीमारी के लिए भगवान ने मुझे शायद इसलिए चुना क्योंकि मैं दुनिया की सबसे मजबूत लड़की हूं।