तीन साल में लश्कर के निशाने पर हो सकता है भारत: पेंटागन
Published: Apr 16, 2015 05:29:00 pm
लश्कर-ए-तैयबा अफगानिस्तान से अमरीकी सेना की वापसी के बाद भारत पर अपना ध्यान लगा सकता है
वाशिंगटन। अमरीकी रक्षा मुख्यालय पेंटागन का कहना है कि पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा अफगानिस्तान से अमरीकी सेना की वापसी के बाद भारत पर अपना ध्यान लगा सकता है। पेंटागन के एडमिरल सेम्युअल जे लॉकलीयर ने बताया कि, लश्कर और अन्य पाक आधारित आतंकी समूह अफगानिस्तान में लड़ाई जारी रखेंगे लेकिन अगले एक से तीन साल में वे अपना ध्यान भारत पर लगा सकते हैं। यह सब अफगानिस्तान से गठबंधन सेनाओं की वापसी के बाद होगा।
अपने बयान में लॉकलीयर ने कहा, जिस तरह से नया नेतृत्व देखने को मिला है उसे देखते हुए भारत अमरीका के साथ अपनी सामरिक साझेदारी को मजबूत कर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी दक्षिण एशिया में मजबूत क्षेत्रीय एकजुटता बनाने के लिए भारत की विदेश नीति पर ध्यान दे रहे हैं। भारत की दो दशक पुरानी “पूर्व की ओर देखो” नीति के चलते दक्षिण एशियाई देशों के बीच साझेदारी बढ़ी है। गौरतलब है कि हाल के दिनों में भारत और अमरीका की सेना के बीच करीबी बढ़ी है और पिछले पांच साल में दोनों सेनाओं के बीच 69 सैन्य अभ्यास हुए हैं।
इसके अलावा पिछले पांच साल में अमरीका भारत का सबसे बड़ा रक्षा व्यापार साझेदार भी है। इस बारे में लॉकलीयर ने कहाकि, सैन्य आधुनिकीकरण के जरिए भारत महत्वपूर्ण क्षेत्रीय भूमिका का दावा कर रहा है। इसके जरिए वह आर्थिक दृष्टि से महत्वपूर्ण समुद्री किनारों के मुफ्त उपयोग की सेवा भी प्रदान कर रहा है।