नेपाल ने सोमवार को भारत से कहा कि वह सीमा पर लगी बाधाएं हटाए और ईंधन एवं जरूरी सामानों की आपूर्ति शुरू करे
काठमांडू। नेपाल ने सोमवार को भारत से कहा कि वह सीमा पर लगी बाधाएं हटाए और ईंधन एवं जरूरी सामानों की आपूर्ति शुरू करे। प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में विशेष प्रस्ताव पारित कर भारत से सीमा पर दवाओं और गैस की आपूर्ति में लगी बाधाओं को हटाने को कहा गया। प्रधानमंत्री ओली के मीडिया सलाहकार प्रमोद दहल ने कहा, सरकार, भारत सरकार से आग्रह करती है कि वह नेपाल को ईंधन और जरूरी सामानों की आपूर्ति बहाल कर सौहार्दपूर्ण संबंध बनाने में मदद करे।
नेपाल के सीमावर्ती इलाकों में मधेसी समुदाय के आंदोलन की वजह से वाहन फंसे पड़े हैं। इनमें ईंधन और जरूरी सामान हैं। नेपाल का कहना है कि नया संविधान लागू होने के दो दिन बाद ही 22 सितंबर को भारत ने नाकेबंदी कर दी। भारत इस आरोप को लगातार नकारता रहा है।
नेपाल के उप प्रधानमंत्री चंद्र प्रकाश मैनाली ने कहा, हमारे नए संविधान के प्रति भारत का रवैया पूरी तरह अतार्किक है, क्योंकि संविधान नेपाल का आंतरिक दस्तावेज है। हम भारत से आग्रह करते हैं कि वह आर्थिक नाकेबंदी हटा ले और हमारे साथ मित्र पड़ोसी की तरह व्यवहार करे।