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भारत ही नहीं 13 और देशों से सीनाजोरी करता है ड्रैगन

चीन इस तरह की सीनाजोरी भारत के साथ नहीं करता बल्कि उससे अपने इर्द-गिर्द 14 देशों से सीमाओं को शेयर करता है। इन देशों की तकरीबन 22 हजार किलोमीटर की सीमा चीन से लगती है लेकिन इन 14 देशों के साथ चीन का सीमा को लेकर कहीं ना कहीं विवाद है। 

Jul 24, 2017 / 08:48 pm

Prashant Jha

china india sima vivad

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नई दिल्ली: चीन इस तरह की सीनाजोरी भारत के साथ नहीं करता बल्कि उससे अपने इर्द-गिर्द 14 देशों से सीमाओं को शेयर करता है। इन देशों की तकरीबन 22 हजार किलोमीटर की सीमा चीन से लगती है लेकिन इन 14 देशों के साथ चीन का सीमा को लेकर कहीं ना कहीं विवाद है। वह इन्हें धमकाता तो है पर जंग नहीं करता है।

तजाकिस्तान: 
चीन का कहना है कि तजाकिस्तान पर 1644 से 1912 के बीच चीन के किंग राजवंश का शासन रहा है। इस लिहाज से तजाकिस्तान पर उसका हक है।

किर्गिस्तान:
 किर्गिस्तान में भी चीन ने अपनी दावेदारी ठोक रखी है। चीन कहता है कि र्कििर्गस्तान के बड़े हिस्से पर उसका अधिकार है।

अफगानिस्तान:
अफगानिस्तान से सीमा समझौता होने के बावजूद साल 1963 से चीन अफगानिस्तान के बड़े भूभाग पर अपना आधिपत्य जता रहा है।
 
पाकिस्तान: 
चीन का अपने घनिष्ठ मित्र देश पाकिस्तान के साथ भी सीमा को लेकर विवाद है लेकिन पाकिस्तान चीन के आगे सरेंडर कर चुका है। जिस तरह से चीन इकॉनामिक कॉरिडोर बना रहा है। वो आने वाले वक्त में पाकिस्तान के सबसे बड़ा नुकसान साबित होगा।
 
 भारत:
भारत के साथ चीन का सीमा विवाद तो जगजाहिर है। डोकलाम विवाद भी चल रहा है। वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तकरीबन चार हजार किलोमीटर की सीमा चीन से लगती है।
 
नेपाल:
नेपाल के बड़े हिस्से पर चीन अपनी दावेदारी ठोकता है और ये विवाद नया नहीं बल्कि 1788 से 1792 के बीच चीन और नेपाल के बीच हुए युद्ध के समय का है। चीन कहता है कि नेपाल तिब्बत का हिस्सा है इस लिहाज से नेपाल चीन का हुआ।
 
 भूटान:
भूटान के एक बड़े भूभाग पर चीन ने दावेदारी ठोक रखी है। चीन यहां तेजी से सडक़ो का निर्माण कर रहा है। इतना ही नहीं उसने यहां इंटरनेशनल बार्डर पर बंकर तक बना रखे है।

म्यांमार:
1271 से 1368 के बीच चीन के युआन राजवंश के समय म्यांमार तब का बर्मा चीन का हिस्सा हुआ करता था। उसी इतिहास को आधार मानकर चीन म्यांमार के एक बड़े भूभाग पर अपनी दावेदारी दिखाता है।
 
 लाओस:
 लाओस के साथ भी चीन ने विवाद खड़ा रखा है। चीन का कहना है कि युआन राजवंश के शासनकाल में लाओस पर उसका अधिकार था लिहाजा लाओस के भूभाग पर उसकी दावेदारी बनती है।
 
वियतनाम:
चीन कहता है कि वियतनाम पर 1368 से 1644 के बीच चीन के मिग राजवंश का शासन था इसीलिए वियतनाम पर चीन का हक है।
 
उत्तर कोरिया:
यूं तो चीन के नार्थ कोरिया से अच्छे संबध है लेकिन इन संबधो के बावजूद नार्थ कोरिया के जिन्दाओं इलाके पर चीन ने अपनी दावेदारी पेश कर रखी है।

 मंगोलिया:
चीन का मानना है कि युआन राजवंश के शासनकाल में मंगोलिया भी उसका हिस्सा रहा है। हालांकि, सच्चाई यह है कि मंगोलिया के चंगेज खान ने चीन पर अपना आधिपत्य जमा लिया था।
 
रूस:
दुनिया की दूसरी बड़ी महाशक्ति रूस से यू तो चीन के संबंध फिलहाल अच्छे है लेकिन रूस के साथ लगती हुई 1 लाख 60 हजार वर्ग किलोमीटर की सीमा पर चीन अपनी दावेदारी जता चुका है।
 
कजाखिस्तान:
चीन का अपने सीमावर्ती देश कजाखिस्तान के साथ भी सीमा को लेकर विवाद है। हालांकि, हाल ही में दोनों देशों के बीच समझौते हुए हैं जो चीन के पक्ष में गए हैं।

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