2009 में श्रीलंकाई क्रिकेट टीम पर हुए हमले में कथित तौर पर लिप्त एलईजे के चार आतंकियों को पुलिस ने मार गिराया
लाहौर। 2009 में श्रीलंकाई क्रिकेट टीम पर हुए हमले में कथित तौर पर लिप्त एलईजे के चार आतंकियों को पुलिस ने मार गिराया है। पाकिस्तानी अखबार में प्रकाशित खबर के मुताबिक मून मार्केट में हुए बम धमाके और 2009 श्रीलंकाई क्रिकेट क्रिकेट टीम पर हुए हमला के संदिग्ध आरोपी की इलाके में मौजूदगी होने की सूचना सीटीडी को मिली। जब सीटीडी के अधिकारियों ने आतंकवादियों के अड्डे पर छापा मारा तो आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद अधिकारियों की जवाबी कार्रवाई में चार आतंकवादी मारे गए, जबकि तीन अन्य फरार हो गये। अधिकारियों ने घटनास्थल से बड़ी संख्या में विस्फोटक और हथियार बरामद किये है।
पुलिस कार्रवाई में मारे गए आतंकियों की पहचान जुबैर उर्फ नाइक मोहम्मद, अब्दुल वहाब, अदनान अरशद और अतीकुर्र रहमान के रूप में हुई है। वहीं फरार अन्य आतंकियों की पहचान के लिए पुलिस ने तलाशी अभियान चलाया है। मारे गए आतंकियों के पास से हथियार और विस्फोटक भी बरामद हुए हैं। बता दें कि आतंकवाद निरोधक अदालत ने श्रीलंकाई टीम पर हमले के मामले में एलईजे के सदस्यों पर अभियोग लगाया था। इनमें से ओबैदुल्ला, जावेद और इब्राहिम खलील जमानत पर रिहा हैं। वहीं अन्य मोहम्मद वहाब और अरशद लखपत जेल में बंद हैं। वहीं मोहसिन रशीद और अब्दुल रहमान को एटीसी भगोड़ा घोषित कर चुकी है। हमले का मास्टरमाइंड और एलईजे का प्रमुख मलिक इसहाक पिछले साल सीआईडी के साथ एक मुठभेड़ में मारा गया था।
गौरतलब है कि मार्च 2009 में श्रीलंकाई टीम की बस पर कज्जाफी स्टेडियम के पास लिबर्टी चौक पर तालिबान और एलईजे के आतंकियों ने हमला किया था। आधुनिक हथियारों और ग्रेनेड से हुए इस हमले में श्रीलंकाई कप्तान महेला जयवर्दधने, कुमार संगकारा, अजंता मेडिंस, तिलन समरवीरा, थरंगा पारनविताना और चामिंडा वास घायल हो गए थे। इसके साथ ही टीम के साथ मौजूद छह पाकिस्तानी पुलिककर्मी इस हमले मारे गए थे।